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प्रादेशिक

ग्रीन पार्क की तर्ज पर बन रही जेटीएस में क्रिकेट पिच

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-आईजी जेल निजी शौक के लिए कर रहे सरकारी धन का दुरूप्रयोग

-प्रशिक्षण के बजाए क्रिकेट खेलने आएंगे प्रशिक्षु अधिकारी

राकेश यादव

लखनऊ। सम्पूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान (जेटीएस) प्रशिक्षण प्राप्त करने अधिकारियों को अब शानदार पिच पर क्रिकेट खेलने को मिलेगी। क्रिकेट के शौकीन कारागार के मुखिया एवं प्रभारी महानिरीक्षक कारागार देवेन्द्र सिंह चौहान संस्थान के मैदान पर कानपुर ग्रीन पार्क मैदान की तर्ज पर शानदार पिच का निर्माण करवाने में जुटे हुए हैं। पिच पर लगने वाली काली एवं पीली मिट्टी को उन्नाव और बाराबंकी जनपद से मंगाया गया है। पिच पर कीमती घास भी लगायी गयी है। संस्थान के मैदान पर हो इस निर्माण पर होने वाले खर्च के बाबत अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। चर्चा यह भी है कि विभाग के मुखिया अपने निजी शौक को पूरा करने के लिए यह निर्माण हो रहा है।

होमगार्ड मुख्यालय से सटे सम्पूर्णानन्द कारागार प्रशिक्षण संस्थान में देश के विभिन्न राज्यों से जेल अधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आते हैं। अब तक इस संस्थान में जम्मू एवं कश्मीर, असम, हिमाचल, हरियाणा, तमिलनाडु समेत देश के विभिन्न राज्यों से सैकड़ों की संख्या में यह संस्थान अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षित कर चुका है। संस्थान में प्रशिक्षणार्थियों के व्यायाम और शारीरिक प्रशिक्षण (पीटी) के लिए विशाल मैदान बना हुआ है। अभी तक इस मैदान पर बनी एक साधारण पिच पर विभिन्न राज्यों से प्रशिक्षणार्थी एवं जेल में बंद कैदी क्रिकेट खेलते नजर आते थे।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस मैदान पर क्रिकेट के शौकीन महानिरीक्षक कारागार की पहल पर क्रिकेट के टेस्ट मैच की तर्ज पर नये पिच का निर्माण कराया जा रहा है। इस पिच को लेकर सम्पूर्णानन्द कारागार प्रशिक्षण संस्थान का यह मैदान सुर्खियों में है। बताया गया है कि इस पिच निर्माण के लिए राजधानी के आदर्श कारागार से करीब एक दर्जन कैदियों की कमान बुलायी गई। इन कैदियों से सर्वप्रथम पिच के लिए निर्धारित मानक के अनुसार करीब एक डेढ़ फुट तक खुदाई करायी गई। इस खुदाई के बाद पिच के बेसमेंट में ईटें लगाई गईं। ईंट लगाने के दौरान खाली बची स्थानों को बालू डाल कर भरा गया। इसके बाद पहले काली मिट्टी डाली गई इसके बाद उसे कुछ दिन के लिए छोड़ दिया गया। मिट्टी के स्थान पकड़ लेने के बाद इस पर काली मिट्टी डलवाई गई। जमीन के समतल भूमि से करीब छह इंच ऊंची मिट्टी डाल कर इस पर घास लगवाई और इसे बरसात में जमने के लिए छोड़ दिया गया। बताया गया है कि कैदियों के श्रम से बनाई जा रही इस पिच के लिए बाराबंकी एवं उन्नाव जिले से पीली एवं काली मिट्टी मंगवाई गई।

आसपास के जनपदों से मंगवाई गई मिट्टी, कीमती घास एवं कैदियों के श्रम भुगतान के बाबत जब संस्थान के निदेशक एवं डीआईजी जेल वीके जैन से बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि यह कार्य सामान्य प्रक्रिया के तहत कराया जा रहा है। संस्थान की सफाई इत्यादि के लिए समय-समय पर कैदियों की कमान बुलाई जाती है।

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प्रादेशिक

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई का, 72 साल की उम्र में निधन

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आंध्र प्रदेश। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के पूर्व विधायक एन. राममूर्ति नायडू (72) का शनिवार को यहां एक निजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में निधन हो गया. अस्पताल ने यह जानकारी दी जहां वह इलाज करा रहे थे.

अस्पताल ने एक बुलेटिन में बताया कि राममूर्ति नायडू को हृदयाघात के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्होंने दोपहर 12:45 बजे अंतिम सांस ली. अस्पताल ने कहा कि वह श्वसन संबंधी समस्या के बाद वेंटिलेटर पर थे.

हार्ट अटैक से हुई मौत

जानकारी के अनुसार, एक्टर नारा रोहित के पिता और सीएम चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई नारा राममूर्ति नायडू का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। परिवार के सदस्य उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।

अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक, राममूर्ति नायडू को कार्डियक अरेस्ट के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हृदय और फेफड़े के प्रत्यारोपण के बावजूद, उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं के कारण वह बेहद परेशान थे। अस्पताल ने कहा कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था। उनके सर्वोत्तम चिकित्सा प्रयासों के बावजूद, उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

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