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खेल-कूद

चैम्पियंस ट्रॉफी : भारत के खिलाफ सम्मान बचाने उतरेगा आस्ट्रेलिया

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नई दिल्ली| रिकॉर्ड 13 बार की चैम्पियन आस्ट्रेलियाई हॉकी टीम शनिवार को हीरो हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी के हाथों हार गई और अब वह रविवार को तीसरे-चौथे स्थान के लिए भारत के खिलाफ खेलने उतरेगी। भारतीय टीम भी शनिवार को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ हुए एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में 3-4 से हार गई। भारतीय टीम इसी वर्ष इंचियोन में हुए एशियाई खेलों के फाइनल मैच का प्रदर्शन दोहरा नहीं सकी और आखिरी मिनटों में गोल खाने की अपनी पुरानी गलती दोहराते हुए पहली बार फाइनल में प्रवेश करने का मौका गंवा बैठी।

हॉकी में भारत का पतन और आस्ट्रेलिया का उत्थान साथ-साथ घटने वाली घटना है, लेकिन चैम्पियंस ट्रॉफी में कभी दोनों टीमें फाइनल्स में एकदूसरे के सामने नहीं आई हैं। हॉकी की दिग्गज आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने पिछले दो महीने में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे एक बात तो निश्चित है कि रविवार का मैच आस्ट्रेलिया के लिए अब सम्मान बचाने वाला हो चुका है।

चैम्पियंस लीग के ग्रुप चरण के दौरान आस्ट्रेलिया अपना तीन में से सिर्फ एक मैच जीतकर पूल-ए में तीसरे स्थान पर रहा था, हालांकि वह एक मैच ड्रॉ करवाने में कामयाब रहा था। दूसरी ओर भारत भी पूल-बी में दो हार और एक जीत के साथ तीसरे स्थान पर रहा था। भारतीय टीम ने एशियाई खेलों और उसके बाद आस्ट्रेलिया दौरे पर जिस अंदाज में आस्ट्रेलिया को मात दी उससे उनका हौसला जरूर ऊंचा रहेगा, लेकिन अंतिम मिनटों में गोल खाने की अपनी गलती को उन्हें दोहराने से जरूर बचना होगा।

आस्ट्रेलियाई टीम भी ग्रुप चरण में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन न कर पाने के बाद पटरी से उतरी नजर आ रही है, हालांकि आस्ट्रेलिया के क्रिस सिरेलो पाकिस्तान के इरफान मोहम्मद के साथ चार गोल कर टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। सिरेलो ने चारो गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर किए हैं। भारत की ओर से आकाशदीप सिंह, धरमवीर सिंह, गुरजिंदर सिंह और रुपिंदर पाल सिंह ने टूर्नामेंट में अब तक दो-दो गोल किए हैं। आकाशदीप और धरमवीर ने जहां दोनों ही गोल फील्ड गोल के जरिए किए, वहीं गुरजिंदर और रुपिंदर ने पेनाल्टी कॉर्नर पर यह गोल दागे।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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