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छग : 50 करोड़ रुपये लदी कैशवैन नाले में गिरी, 7 लोग घायल

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रायपुर/ बलौदाबाजार, 6 अप्रैल (आईएएनएस/वीएनएस)। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रायपुर मुख्य शाखा से 50 करोड़ रुपये नकद लेकर धरमजयगढ़ शाखा जा रही कैशवैन गुरुवार की रात 1.30 बजे गंदे नाले में जा गिरी। वैन में सवार 4 जवान और 3 अन्य लोग घायल हो गए। यह जानकारी शुक्रवार को बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक ने दी।

पुलिस अधीक्षक आर.एन. दास ने बताया कि वैन एसबीआई की धरमजयगढ़ शाखा के लिए 50 करोड़ रुपये लेकर रायपुर से निकली थी। इसकी सुरक्षा में तैनात रायगढ़ पुलिस बल के जवान दो वाहनों में चल रहे थे। बलौदाबाजार थाना क्षेत्र के बिटकुली गांव के पास बहने वाले मलिन नाले में वैन गिर गई।

उन्होंने बताया कि नाले के पास सड़क बन रही है। रास्ता ऊबर-खाबर होने के कारण कैशवैन के आगे चल रही स्कार्पियो के चालक ने गाड़ी का संतुलन खो दिया। स्कार्पियो नाले में दाहिनी ओर जा गिरी। इतने में कैशवैन के चालक ने ब्रेक लगाया और उसका वाहन भी बाईं ओर जा गिरा। इसके बाद वहां चीख-पुकार मच गई।

सूचना मिलते ही बलौदाबाजार थाने के पुलिस बल ने मोर्चा संभाला। पुलिस बल ने सबसे पहले 38 पेटियों में रखे पचास करोड़ रुपये को सुरक्षित निकाला। उसके बाद उसे दूसरे वाहन में रखा। घायलों को बलौदाबाजार जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। पूरा कैश अभी बलौदाबाजार थाने में रखा है।

पुलिस अधीक्षक दास ने कहा कि बैंक के अधिकारी धरमजयगढ़ से निकल चुके हैं। इसके बाद उनको पूरी रकम वैधानिक कार्रवाई करने के बाद सौंप दी जाएगी।

बलौदाबाजार थाने के टीआई राम अवतार ध्रुव ने कहा कि पुल से थोड़ा आगे सड़क की मरम्मत चल रही थी। स्कार्पियो को बचाने के चक्कर में कैशवैन के चालक ने भी अचानक ब्रेक लगाया, लिहाजा दोनों वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए।

उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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