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बिजनेस

‘जीएसटी दरों में बहुलता एक चुनौती’

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नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व डिप्टी गर्वनर राकेश मोहन ने बुधवार को कहा कि जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का क्रियान्वयन एक दशक से अधिक समय बाद हासिल किया गया एक बड़ा कार्य है, लेकिन दरों में बहुलता एक बड़ी चुनौती है। मोहन ने यहां पेंगुइन प्रकाशन द्वारा आयोजित ‘अर्थशास्त्र और प्रशासन’ कार्यक्रम में कहा, जीएसटी को एक दशक के बाद हासिल किया गया है। दरों में बहुलता अभी भी एक चुनौती है।

जीएसटी के तहत करों की दरें 5,12,18 और 28 फीसदी हैं, जबकि सोने पर कर की दर तीन फीसदी है।

इन दरों के अलावा लक्जरी और सिन वस्तुओं पर सेस लगाए जाते हैं, जिनमें महंगी कारें, बोतलबंद पेय और तंबाकू उत्पाद शामिल हैं।

आरबीआई के पूर्व अधिकारी ने कहा कि उच्च विकास दर हासिल करने के लिए भारत को स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, स्वास्थ्य और शिक्षा एक चुनौती है। हमारे पास सबसे खराब स्वास्थ्य एवं शिक्षा सूचकांक है। भारत इन क्षेत्रों में बड़ा सुधार किए बिना 10 फीसदी विकास दर हासिल नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा, अगले पांच सालों में इन दो क्षेत्रों में सुधार करना सबसे बड़ी चुनौती है। कृषि को अब तक पूरी तरह से उपेक्षित किया गया है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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