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बिजनेस

जुलाई में 64 फीसदी जीएसटी संग्रहण का लक्ष्य पूरा : जेटली

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नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)| सरकार ने माल और सेवा कर (जीएसटी) के तहत कर संग्रहण का लक्ष्य बड़ी आसानी से पूरा कर लिया है।

यह घोषणा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को यहां जीएसटी कार्यान्वयन के पहले महीने के नए अप्रत्यक्ष कर संग्रहण के आंकड़े जारी किए। जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा, आज (मंगलवार) सुबह 10 बजे तक 38.38 लाख करदाताओं ने अपना जीएसटी रिटर्न दाखिल किया है और इसलिए 64.42 प्रतिशत पात्र वर्गों ने अब तक जीएसटी का अनुपालन किया है।

उन्होंने कहा, सुबह 10 बजे तक जीएसटी से प्राप्त कुल कर संग्रहण की राशि 92,283 करोड़ रुपये है। जीएसटी के तहत पंजीकृत में से 59.57 लाख को र्टिन दाखिल करने हैं।

वित्तमंत्री ने कहा कि जुलाई के लिए कर संग्रह लक्ष्य के मुताबिक केंद्र सरकार के लिए 48,000 करोड़ रुपये और राज्यों के लिए 43,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा है।

उन्होंने कहा, इसलिए, संयुक्त लक्ष्य 91,000 करोड़ रुपये है और हम जीएसटी संग्रहण से इसे पूरा कर लेंगे।

जेटली ने कहा कि देरी होने पर 100 रुपये रोजाना शुल्क वसूला जा रहा है, इससे अधिक कर संग्रहण की उम्मीद है।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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