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बिजनेस

जेटली ने भारतीय डाक भुगतान बैंक शाखाओं की शुरुआत की

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India Post Payment Bankनई दिल्ली| वित्त मंत्री अरुण जेटी ने सोमवार को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखाओं की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि डाकघरों के नेटवर्क से हर घर के दरवाजे तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचेंगी। वित्त मंत्री ने संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा के साथ रायपुर और रांची के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखाओं की रिमोट से शुरुआत की।

जेटली ने कहा, “डाकिया हर घर को जोड़ता है। वे हर घर तक बैंकिंग गतिविधियों को पहुंचा सकते हैं। बैंकिंग आप के घर के दरवाजे तक पहुंच सकती है। डाकघरों का नेटवर्क इसे हकीकत में बदल सकता है।” उन्होंने कहा कि देश में कुल 1.55 लाख डाकघर हैं और डाकिये बैंक के रूप में काम करके बैंकिंग को बढ़ावा दे सकते हैं।

जेटली ने कहा कि इस साल सितंबर तक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की 650 शाखाएं खोली जाएंगी।  उन्होंने कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेमेंट बैक की घोषणा 2015 में की थी। इसका असर अब देखा जा रहा है। पेमेंट बैंक की कोई भौगोलिक सीमा नहीं होती है। टेलीफोन कंपनियों के स्टोर पेमेंट बैंक के रूप में काम करेंगे। देश के डाकघर बैंक की शाखाओं में बदल जाएंगे।”

जेटली ने कहा कि पेमेंट बैंक से पारंपरिक बैंक को तगड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी, क्योंकि इनकी परिचालन लागत कम होती है। वित्त मंत्री ने कहा आईपीपीबी की शाखाएं वित्तीय समावेशन की खाई को पाटने में बड़ी भूमिका निभाएंगी, जो कि देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी है।

बिजनेस

फिनटेक फर्म भारतपे और अशनीर ग्रोवर के बीच विवाद खत्म, दोनों पक्षों में हुआ समझौता

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नई दिल्ली। फिनटेक फर्म भारतपे और उसके पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच समझौता हो गया है। इस समझौते के साथ ही दोनों के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद भी खत्म हो गया है। फिनटेक कंपनी भारतपे ने सोमवार को कहा कि उसके पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर किसी भी रूप में कंपनी से नहीं जुड़ेंगे और न ही उनके पास कंपनी के कोई शेयर होंगे। भारतपे ने बयान में कहा कि भारतपे ने अपने पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के साथ एक निश्चित समझौता किया है। यानी कुल मिलाकर अब विवाद पर पूर्ण विराम लग गया है.

बता दें कि विवादों के चलते मार्च 2022 में अशनीर को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से निकाल दिया गया था। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दायर कानूनी मामलों को वापस लेने का फैसला लिया है। भारतपे ने इस मामले में एक बयान जारी किया है. कंपनी ने बयान में लिखा- भारतपे का फोकस, प्रॉफिट के साथ ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने पर रहेगा. हमारी तरफ से अशनीर ग्रोवर को शुभकामनाएं।

 

क्या बोले अशनीर ग्रोवर?

मैं भारतपे के साथ एक निर्णायक समझौते पर पहुंच गया हूं। मैं प्रबंधन और बोर्ड पर अपना भरोसा रखता हूं, जो भारतपे को सही दिशा में आगे ले जाने के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। मैं कंपनी के विकास के साथ लगातार जुड़ा हुआ हूं। मैं अब किसी भी पद पर भारतपे से नहीं जुड़ा रहूंगा, न ही कैपिटल टेबल का हिस्सा बनूंगा। मेरे शेष शेयरों का प्रबंधन मेरे फैमिली ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। दोनों पक्षों ने दायर मामलों को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि भारतपे अपने सभी हितधारकों के लाभ के लिए आगे बढ़ता रहेगा और सफल होता रहेगा।

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