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बिजनेस

टाटा स्टील ने विश्व जैवविविधता दिवस मनाया

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नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)| टाटा स्टील के माइंस एंड क्वैरीज (ओएमक्यू) डिवीजन ने सोमवार को नोआमुंडी रिक्रिएशन क्लब में ‘जैव विविधता और संवहनीय पर्यटन’ विषय के तहत ‘विश्व जैवविविधता दिवस’ मनाया।

कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस कार्यक्रम का आयोजन समुदायों, विशेष रूप से बच्चों को जैव विविधता के संरक्षण और परिरक्षण के महत्व को लेकर संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से किया गया। ओमक्यू डिवीजन ने कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ ज्ञान सत्र और चित्रकला व भाषण प्रतियोगिताओं के साथ-साथ जैव विविधता विषय पर स्कूली बच्चों के लिए एक क्विज का भी आयोजन किया।

सभा को संबोधित करते हुए जमशेदपुर के क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक एस.के. गुप्ता ने जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए टाटा स्टील के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे हरित कवच को बढ़ाने के लिए मॉनसून के पहले अपने नाम से कम से कम एक पौधा लगाए।

टाटा स्टील के महाप्रबंधक पंकज सतीजा ने कहा, हम जागरूकता सत्रों, प्रतियोगिताओं और जुड़ाव की अन्य गतिविधियों के आयोजन के जरिए समाज के सभी वर्गों को जैव विविधता के संरक्षण और मूल्यों के प्रति संवेदनशील कर रहे हैं। हम जैव विविधता पर स्थानीय समुदायों के पारंपरिक नॉलेज बैंक को मजबूत बनाने और उनकी रक्षा के लिए उन तक पहुंच रहे हैं।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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