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बिजनेस

‘टीएएल ब्राबो वेल्डिंग रोबोट हैं भारत में वेल्डिंग प्रोसेस का भविष्य’

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मुंबई, 9 अगस्त (आईएएनएस)| टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टीएएल मैन्युफैक्च रिंग ने बुधवार को स्वदेश में विकसित अपने टीएएल ब्राबो वेल्डिंग रोबोट पेश करने की घोषणा की। 9 अगस्त से 12 अगस्त 2017 तक आयोजित ऑटोमेशन एक्सपो में पहली बार पेश किए गए टीएएल ब्राबो वेल्डिंग रोबोट, वेल्डिंग ऑपरेशंस के लिए बेहद विश्वसनीय फीचर्स से लैस है और सुरक्षा के उच्च मानक सुनिश्चित करता है। यह वेल्डिंग से संबंधित सभी खतरनाक कार्य करने में सक्षम है।

कंपनी का कहना है कि करीब 8.5 लाख रुपये की कीमत वाला यह वेल्डिंग रोबोट किफायती, इस्तेमाल में आसान रोबोट टेक्नोलॉजी है, जो टियर 3 और टियर 4 आपूर्तिकर्ताओं की मदद करता है। इसकी रीच 850 एमएम है और इसकी पेलोड क्षमता 6 किलोग्राम है।

वेल्डिंग बेहद जटिल और खतरनाक कार्य है और यह स्वास्थ्य के लिए कई जोखिमकारक परिस्थितियों की वजह है। जैसे धुएं के संपर्क में आने से गंभीर मेडिकल जटिलताएं हो सकती हैं और मशीन से निकलने वाले अधिक डेसिबल वाले शोर से वेल्डर की सुनने की क्षमता गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है। टीएएल ब्राबो वेल्डिंग रोबोट का डिजाइन व इन-हाउस स्टाइलिंग इन सभी समस्याओं का समाधान करता है और लगातार व सटीकता के साथ वेल्डिंग कार्यों को अंजाम देता है।

इसके लॉन्च के अवसर पर टीएएल मैन्युफैक्च रिंग सॉल्यूशंस लिमिटेड के नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं चेयरमैन आर. एस. ठाकुर ने कहा, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन औद्योगिक परिस्थितियों में क्रांति ला सकता है। हमें नया टीएएल ब्राबो वेल्डिंग रोबोट पेश करते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है। यह रोबोट विभिन्न कार्य क्षमताओं के साथ किफायती और एकीकृत मैन्युफैक्च रिंग सॉल्यूशंस उपलब्ध कराता है। यह इनोवेटिव प्रोडक्ट बेहद जटिल वेल्डिंग प्रोसेस को ऑटोमैटिक बना देगा। रोबोटिक टेक्नोलॉजी, भारत में अभी शुरुआती दौर में है और हमारा लक्ष्य ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट पेश कर इसके बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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