अन्तर्राष्ट्रीय
‘ट्रंप का मानना; चीन, उत्तर कोरिया ने भी अमेरिकी चुनाव में दखल दिया’
वाशिंगटन, 10 जुलाई (आईएएनएस)| व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रींस प्राइबस ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लगता है कि देश में साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूस के अलावा, उत्तर कोरिया तथा चीन जैसे देशों ने भी दखलंदाजी की थी। ‘फॉक्स न्यूज संडे’ कार्यक्रम के दौरान प्राइबस से पूछा गया कि जर्मनी के हैम्बर्ग में पिछले सप्ताह हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान जब डोनाल्ड ट्रंप तथा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का आमना-सामना हुआ और दोनों के बीच चुनाव में हुई हैकिंग का मुद्दा उठा तो क्या हुआ।
प्राइबस ने कहा, बात चाहे जो भी हो, ट्रंप का अब भी मानना है कि बीते साल हुए चुनाव में रूस ने दखलअंदाजी की थी।
रूस का कहना है कि पुतिन द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी में उनके देश की भूमिका को नकारने की बात को ट्रंप ने स्वीकार कर लिया, जबकि ट्रंप के अधिकारियों ने जोर दिया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन पर जवाब देने का दबाव डाला था।
प्राइबस ने कहा, ट्रंप ने कहा कि उसने (रूस ने) चुनाव में दखलअंदाजी की। एक और बात जो ट्रंप ने कही, और जिसने मीडिया को बेचैन कर दिया लेकिन जो पूरी तरह सच है, वह यह कि अन्य ने भी ऐसा किया। यही सच है।
उन्होंने कहा, चीन ने, उत्तर कोरिया ने किया और वे कई, कई वर्षो से ऐसा करते आ रहे हैं। इसलिए, हां, उनका (ट्रंप का) मानना है कि शायद रूस इन सबमे शामिल था, जिनके बारे में कहा गया है, लेकिन ट्रंप का यह भी मानना है कि इसमें अन्य देश भी शामिल थे।
ऐसा पहली बार है कि ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने चुनाव में दो देशों पर दखलंदाजी का औपचारिक तौर पर आरोप लगाया है, जिससे ट्रंप के उन दावों को बल मिलता है कि डिजिटल दखलंदाजी में रूस के साथ ‘अन्य देश’ भी शामिल थे।
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइबस ने हालांकि अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। यह भी साफ नहीं है कि वह केवल 2016 के चुनाव के बारे में बात कर रहे थे या यह कि उनका आशय यह था कि चीन और उत्तर कोरिया का हाथ पहले के चुनावों में भी शामिल रहा है।
बाद में, व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, प्राइबस केवल हैकिंग से संबंधित मुद्दों पर बात कर रहे थे न कि चुनाव में की गई गड़बड़ियों पर। चीन और उत्तर कोरिया का अमेरिकी संस्थानों, जिनमें सरकार, उद्योग और शिक्षा क्षेत्र शामिल हैं, के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियों का लंबा इतिहास रहा है।
अन्तर्राष्ट्रीय
नाइजीरिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में रविवार सुबह नाइजीरिया पहुंचे। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अबुजा हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। लोगों ने इस मौके पर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारा लगाए।
बता दें कि 17 सालों में इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। पीएम मोदी के अबुजा पहुंचने पर संघीय राजधानी क्षेत्र के मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही प्रतीकात्मक रूप से अबुजा के शहर की चाभी भेंट की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति टीनूबू के उस पोस्ट का जवाब दिया जिसमें लिखा था, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया की पहली यात्रा पर उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं, जो 2007 के बाद से किसी भारतीय प्रधान मंत्री की हमारे प्रिय देश की पहली यात्रा भी है। हमारी द्विपक्षीय चर्चाओं में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पीएम मोदी नाइजीरिया में आपका स्वागत है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट में लिखा, ‘धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। कुछ समय पहले नाइजीरिया में लैंड किया। गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और गहरा करेगी।’
रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ व्यापार करना चाहता है नाइजीरिया
पीएम मोदी के इस यात्रा के दौरान के भारत और नाइजीरिया के बीच स्थापित रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। रक्षा क्षेत्र को लेकर भी दोनों देशों के बीच विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। नाइजीरिया छोटे हथियारों, गोला-बारूद और बख्तरबंद वाहनों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के लिए भारत की तरफ काफी उत्सुक है।
आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे संपन्न अफ्रीकी देशों में से एक नाइजीरिया और भारत के मधुर रिश्तों में आने वाले दिनों में गर्माहट और तेज होने के आसार है। खासतौर पर दोनों देशों के बीच आर्थिक व सैन्य सहयोग के नए युग की शुरुआत होने के संकेत है।
इन देशों की यात्रा पर रहेंगे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी की पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र की यह पहली यात्रा है। इसके अलावा वह ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर रहेंगे। नाइजीरिया के बाद प्रधानमंत्री ब्राजील के लिए रवाना होंगे। दरअसल, पीएम मोदी ब्राजील में ट्रोइका सदस्य के तौर पर 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। फिर पीएम मोदी 18 और 19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में होने वाले शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भाग लेंगे। बताते चलें कि ब्राजील और दक्षित अफ्रीका के साथ भारत भी जी20 ट्रोइका का हिस्सा है।
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