Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ट्रंप की पॉलिसी को चुनौती देने वाली याचिका पर होगी सुनवाई

Published

on

Loading

Donald trump newवाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आव्रजन संबंधी शासकीय आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सैन फ्रांसिस्को में तीन संघीय न्यायाधीश सुनवाई करेंगे। ट्रंप ने इस आदेश के तहत सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर अस्थाई पाबंदी लगा दी है। इस पाबंदी को अदालत ने फिलहाल हटाया हुआ है।

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक घंटे चलने वाली यह सुनवाई नाइन्थ यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील के न्यायाधीशों द्वारा मंगलवार शाम छह बजे (अमेरिकी समयानुसार) टेलीफोन पर की जाएगी। यह सुनवाई ट्रंप द्वारा सात मुस्लिम देशों के लोगों की अमेरिका यात्रा पर लगाई गई पाबंदी का भविष्य तय करेगी।

मामले की सुनवाई पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर द्वारा नियुक्त न्यायाधीश विलियम सी.कैनबी जूनियर, बराक ओबामा द्वारा नियुक्त न्यायाधीश मिशेल टी.फ्रिडलैंड तथा जॉर्ज बुश द्वारा नियुक्त न्यायाधीश रिचर्ड आर. क्लिफ्टन करेंगे।

रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के आव्रजन से संबंधित शासकीय आदेश को चुनौती देने वाले वाशिंगटन तथा मिनेसोटा के अटॉर्नी जनरल ने कहा कि आदेश पर अस्थायी रोक को बरकरार रखा जाए, क्योंकि राष्ट्रपति ने प्रतिबंध आदेश पर हस्ताक्षर कर बेवजह ही हडक़ंप मचा दिया है।

ट्रंप के आदेश के बाद देश भर के हवाईअड्डे पर अफरातफरी मची है। वैध वीजा होने के बाद भी लोग फंसे हुए हैं और वैध शरणार्थियों को शरण नहीं मिल पा रहा। यही नहीं, इस नए शासकीय आदेश के खिलाफ फैसला देने वाले सिएटल के न्यायाधीश जेम्स रोबार्ट की भी राष्ट्रपति ने आलोचना की है।

ट्रंप का शासकीय आदेश सात मुस्लिम देशों, इराक, सीरिया, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान तथा यमन के नागरिकों को 90 दिनों तक, सभी शरणार्थियों को 120 दिनों तथा सीरिया के शरणार्थियों को अनिश्चितकाल तक अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाता है।

न्यायाधीश रोबार्ट ने इस शासकीय आदेश के महत्वपूर्ण हिस्सों को निलंबित कर दिया, जिसके बाद ट्रंप ने भडक़कर दो ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने रोबार्ट को ‘तथाकथित’ न्यायाधीश तक करार दिया।

दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, “इस पर सहसा विश्वास नहीं होता कि एक न्यायाधीश हमारे देश को इस तरह के खतरे में डालेगा। अगर कुछ होता है, तो इसका आरोप उन पर और अदालत प्रणाली पर लगेगा। लोग लगातार अमेरिका में भर रहे हैं। बुरा है!”

रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने कहा है कि रोबार्ट ने जो निषेधाज्ञा लगाई है, उसे फिलहाल टाल देना चाहिए और शासकीय आदेश को प्रभाव में आने देना चाहिए। इस दौरान कानूनी प्रक्रियाएं जारी रह सकती हैं।

न्याय विभाग ने सोमवार शाम को कहा, “शासकीय आदेश राष्ट्रपति द्वारा विदेशियों व शरणार्थियों को देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक वैध कार्रवाई है।”

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने सोमवार को कहा कि सरकार पूरी पाबंदी को फिर से बहाल करने के लिए तैयार बैठी है।

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत, समर्थकों ने लगाए USA-USA के नारे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल करते हुए कमला हैरिस को हरा दिया है। फॉक्स न्यूज के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। ऐसे में ये साफ है कि अब अमेरिका की कमान डोनाल्ड ट्रंप के हाथों में होगी। चुआव में जीत हासिल करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देखो आज मैं कहां हूं। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों का धन्यवाद दिया और कहा कि मैंने ऐसा जश्न पहले नहीं देखा। उन्होंने कहा कि वह देश को सुरक्षित करने के लिए सबकुछ करेंगे। इस दौरान उनके समर्थक USA-USA के नारे लगाते रहे।

डोनाल्ड ट्रंप ने ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ का नारा दोहराते हुए कहा कि मैं अमेरिका के लिए हर पल काम करूंगा। उन्होंने कहा कि ये मेरी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण पल है और मेरा सबकुछ अमेरिका के लिए समर्पित है। ट्रंप ने कहा कि मैं हर नागरिक, आपके लिए, आपके परिवार के लिए और आपके भविष्य के लिए लड़ूंगा। हर दिन, मैं अपने शरीर की हर सांस के साथ आपके लिए लड़ता रहूंगा। मैं तब तक आराम नहीं करूंगा जब तक हम अपने बच्चों को मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध अमेरिका नहीं दे देते आप इसके पात्र हैं।

डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम अपने देश को ठीक करने में मदद करने जा रहे हैं। हमारे पास एक ऐसा देश है जिसे मदद की ज़रूरत है। हम अपनी सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं। आज रात इतिहास एक कारण से है और कारण सिर्फ इतना है कि, हमने उन बाधाओं को पार कर लिया जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि हमने सबसे अविश्वसनीय राजनीतिक जीत हासिल की है।

Continue Reading

Trending