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नेशनल

डीएमआरसी के खातों की ऑडिट की जाए : केजरीवाल

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नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली मेट्रो के खातों की एक स्वतंत्र लेखा जांच कराए जाने और जांच रपट आने तक प्रस्तावित किराया वृद्धि रोकने की मांग की।

दिल्ली सरकार के एक बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के खातों की एक स्वतंत्र लेखा जांच कराने की तत्काल जरूरत है, क्योंकि दिल्ली के निवासियों ने पहले भी अनुभव किया है कि फर्जी घाटा दिखाकर किस तरह निजी बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) ने बिजली दरों को बढ़ाने का काम किया।

उन्होंने कहा, यदि यात्री ज्यादा किराए की वजह से मेट्रो का इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं होंगे, तो मेट्रो चलाने की क्या उपयोगिता होगी।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बीते साल सितंबर में प्रस्तावित किराया वृद्धि का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने किराया निर्धारण समिति (एफएफसी) द्वारा एक निर्वाचित सरकार की राय की उपेक्षा करने को लेकर समिति की निंदा की।

एफएफसी मेट्रो किराए में वृद्धि का निर्णय लेती है।

बीते साल केंद्र सरकार ने किराए में वृद्धि की सिफारिश के मामले को देखने के लिए तीन सदस्यीय एफएफसी गठित की थी। इसमें केंद्र व दिल्ली सरकार के मनोनीत व्यक्ति व दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त एक न्यायाधीश शामिल हैं। एफएफसी ने मई में दो चरणों में वृद्धि को मंजूरी दी थी। इसमें से एक वृद्धि पहले ही हो चुकी है, जबकि दूसरी वृद्धि 10 अक्टूबर को लागू होनी है।

बयान के मुताबिक, केजरीवाल ने कहा कि डीएमआरसी का किराया वृद्धि के लिए-परिचालन लागत कवर करने व कर्ज का भुगतान करने का तर्क बेहद दोषपूर्ण है।

उन्होंने डीएमआरसी से आग्रह किया कि वह हांगकांग मॉडल का अनुसरण करे और फिर से किराया बढ़ाकर आम जनता पर बोझा नहीं डाले।

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नेशनल

साइबर ठगों ने किया डिजिटल अरेस्ट खाते से उड़ाए 10 करोड़ रुपये, दिल्ली के रोहिणी इलाके का मामला

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नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी इलाके में 70 साल के रिटायर्ड इंजीनियर से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर 10 करोड़ और 30 लाख रुपये अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर करा लिए। बुजुर्ग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और 60 लाख रुपये की रकम को बैंक में फ्रीज करा दिया है।

पुलिस ने क्या बताया?

पुलिस ने रिटायर्ड इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर के 10 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में जानकारी दी है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित रिटायर्ड इंजीनियर अपनी पत्नी के साथ में रोहिणी के सेक्टर 10 इलाके में रहते हैं। पुलिस ने रिटायर्ड इंजीनियर की शिकायत के आधार पर साइबर सेल में प्राथमिकी दर्ज कर लिया है।

60 लाख रुपये फ्रीज

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि रोहिणी में हुए डिजिटल अरेस्ट यानी धन उगाही के लिए ऑनलाइन डराने-धमकाने के मामले में उन्हें 60 लाख रुपये फ्रीज करने में कामयाबी मिली है। एक पुलिस अधिकारी ने आशंका जताई है कि ये ठगी विदेश से कॉल करने वालों की ओर से अंजाम दी गई थी। लेकिन भारत में ठगों के सहयोगियों ने उन्हें लक्ष्य के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में मदद की है।

क्या है मामला ?

आरोप है कि ठगों ने बुजुर्ग को धमकाया और कहा कि तुम्हारे नाम पर ताइवान से एक पार्सल आया है, जिसके अंदर कई तरह की प्रतिबंधित किस्म की दवाइयां मिली है। इस वजह से तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और तुम्हें गिरफ्तार किया जाएगा। यह बात सुनकर बुजुर्ग घबरा गए।

आरोप है कि इसके बाद साइबर ठगों ने बुजुर्ग से कहा कि अगर तुम गिरफ्तारी से बचना चाहते हो तो सबसे पहले खुद को एक कमरे में बंद कर लो और अपने मोबाइल और लैपटॉप का कैमरा ऑन कर कर लो और जब तक तुम कैमरे के सामने रहोगे, तब तक तुम्हें गिरफ्तारी से बचाने की कोशिश की जाएगी। वरना, तुम्हारे परिवार के लोगों को भी अरेस्ट कर लिया जाएगा। बुजुर्ग ने साइबर ठगों की बात मान ली और वह करीब आठ घंटे तक कमरे में ही बैठे रहे।

 

 

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