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नेशनल

दिल्ली : तोमर की जमानत याचिका पर सुनवाई 16 जून तक टली

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नई दिल्ली,एक अदालत,फर्जी डिग्री मामले,पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर,धोखाधड़ी, जालसाजी

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नई दिल्ली | दिल्ली की एक अदालत ने कथित फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की जमानत याचिका पर सुनवाई गुरुवार को 16 जून तक के लिए टाल दी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन ने मामले के जांच अधिकारी के दिल्ली से बाहर होने और मामले की प्रगति रिपोर्ट तथा संबंधित दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दी। जांच अधिकारी फिलहाल तोमर के साथ हैं, जिन्हें पुलिस पूछताछ के लिए दिल्ली से बाहर ले गई है।

न्यायाधीश ने कहा, “पुलिस रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद जमानत याचिका पर निर्णय लेना सभी पक्षों के हित में है। जमानत अर्जी 16 जून को अदालत में पेश की जाए।” न्यायाधीश ने कहा, “अंतरिम जमानत के आदेश मामले को आगे पेचीदा बनाएंगे और यह चीज न तो सही है और न ही वांछनीय।” अदालत ने जांच अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से अपने समक्ष पेश होने का निर्देश दिया है। एक दंडाधिकारी ने मंगलवार को फर्जी डिग्री मामले में तोमर की गिरफ्तारी के बाद उन्हें चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था। अदालत ने उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी। दिल्ली पुलिस ने तोमर को मंगलवार को गिरफ्तार किया था और उन पर धोखाधड़ी, जालसाजी एवं साजिश का मामला दर्ज किया था।

पुलिस ने तोमर की पुलिस हिरासत की मांग करते हुए अदालत को बताया था कि मामले की जांच शुरुआती चरण में है और तोमर की कानून डिग्री से संबंधित दस्तावेज ‘फर्जी’ हैं। वहीं, तोमर के वकील एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश गुप्ता ने तोमर को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजने वाले मजिस्ट्रेटी अदालत के आदेश को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी अवैध है। अधिवक्ता ने सत्र न्यायाधीश की ओर से मजिस्ट्रेटी अदालत के आदेश के खिलाफ एक नई याचिका फाइल करने की इजाजत मिलने के बाद गुरुवार को अपनी याचिका वापस ले ली।

अधिवक्ता ने जमानत के लिए जिरह करते हुए अदालत से तोमर की नियमित जमानत का अंतिम फैसला होने तक उन्हें अंतरिम जमानत देने की दरख्वास्त की। उन्होंने दावा किया कि उनके मुवक्किल को झूठे मामले में फंसाया गया है। उन्होंने तोमर की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस की हड़बड़ी पर सवाल उठाए। अधिवक्ता ने कहा, “तोमर की गिरफ्तारी को लेकर इतनी हड़बड़ी क्यों थी? पुलिस उन्हें उठाकर ले गई, ताकि वह अग्रिम जमानत न ले सकें।” उधर, दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) चाहती है कि ऐसे ही मामले में फंसीं केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी और मानव संसाधन राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया को भी जल्द गिरफ्तार किया जाए, वरना यह धारणा झूठी पड़ जाएगी कि कानून सबके लिए बराबर होता है।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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