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दलितों तक पहुंच बढ़ाने के लिए भाजपा का ‘ग्राम स्वराज अभियान’

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नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि दलितों व आदिवासियों से संपर्क के लिए पार्टी ‘ग्राम स्वराज अभियान’ शुरू करने जा रही है।

पार्टी ने कहा कि बहुत बड़े स्तर पर चलाए जाने वाले इस अभियान के तहत पार्टी के नेता दलित व आदिवासी बहुल 20,000 से अधिक गांवों में जाएंगे और वहां सरकारी परियोजनाओं के कार्यान्वयन का जायजा लेंगे।

भाजपा के इस अभियान को अनूसचित जाति/ अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों को कमजोर करने के आरोपों से जूझने के बाद दलितों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भाजपा के सांसदों की एक बैठक में ‘ग्राम स्वराज अभियान’ को अंतिम रूप प्रदान किया गया।

प्रधानमंत्री ने बैठक में कांग्रेस पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाया और बजट सत्र के दूसरे सत्र के पूरी तरह बेकार जाने के विरोध में पार्टी के सांसदों से 12 अप्रैल को भूख हड़ताल करने को कहा।

यह कार्यक्रम 14 अप्रैल को महान दलित नेता बी. आर. आंबेडकर की जयंती पर शुरू होगा और पांच मई तक चलेगा।

संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि मोदी ने पार्टी के नेताओं को 14 अप्रैल से पांच मई के बीच कम से कम एक रात ऐसे गांवों में बिताने को कहा है जहां पचास फीसदी से अधिक लोग अनुसूचित जाति व जनजाति के रहते हैं।

भाजपा के नेता इन गांवों में सरकार के जनकल्याणकारी कार्यो के कार्यान्वयन का जायजा लेंगे।

बैठक में मौजूद रहे एक भाजपा नेता ने आईएनएस से कहा, पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के लिए हर स्तर पर 14 अप्रैल को विविध कार्यक्रम आयोजित करना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया, उनको साइकिल और मोटरसाइकिल रैलियां व यात्राएं करने को कहा गया है। इस कार्यक्रम का मकसद नेताओं को लोगों से सीधे तौर पर जोड़ना और सरकारी योजनओं को प्रचारित करना है।

उन्होंने कहा कि बगैर किसी अपवाद के हर किसी को गांवों में जाना होगा।

बैठक के दौरान मोदी ने पार्टी के सांसदों व अन्य नेताओं को सरकार के ‘सप्तर्षि कार्यक्रमों’ का प्रचार करने को कहा है। इन कार्यक्रमों में ‘इंद्रधनुष’, ‘जनधन’ और ‘भीम एप’ शामिल हैं।

मोदी ने पार्टी के नेताओं को 11 अप्रैल को जातिवाद के विरोधी रहे सामाज सुधारक ज्योतिबा फुले की जयंती को समता दिवस के रूप में पूरे देश में मनाने को कहा।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जनसंघ के संस्थापक सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी समेत पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं के त्याग और बलिदान को याद किया।

उन्होंने पार्टी के सांसदों और उनके परिवारों को मराठी नाटक ‘जनता राजा’ देखने को कहा। यह नाटक शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इस नाटक को देखने के लिए वह करीब 30 साल पहले गुजरात से पुणे गए थे।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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