Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

‘धुंध, प्रदूषण के कारण बीजिंग रहने लायक नहीं’

Published

on

Loading

बीजिंग| चीन की राजधानी बीजिंग में प्रदूषण और धुंध का आलम यह है कि यहां रहने लायक स्थिति नहीं रह गई है। समाचार-पत्र के अनुसार, मेयर वांग अंशुन ने पिछले शुक्रवार को कहा, “उच्च श्रेणी, अंतर्राष्ट्रीय, जीने योग्य और सौहार्दपूर्ण शहर बनाने के लिए यह जरूरी है कि एक मानक तैयार किया जाए और बीजिंग फिलहाल यह कर रहा है।”

समाचार-पत्र ‘द गार्जियन’ ने ‘चाइना यूथ डेली’ की रिपोर्ट के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसके मुताबिक, वांग ने कहा, “फिलहाल बीजिंग रहने लायक शहर नहीं है।”

वांग की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब बाजार का विश्लेषण करने वाली कंपनी ‘यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल’ ने 2013 के अपने वैश्विक पर्यटन बाजार से संबंधित अध्ययन में बताया था कि बीजिंग में पर्यटन पिछले एक साल में 10 फीसदी घटा है, जिसकी वजह प्रदूषण और आर्थिक मंदी है।

कंपनी ने शीर्ष 100 पर्यटन स्थलों की सूची मंगलवार को जारी की थी, जिसमें हांगकांग, सिंगापुर और बैंकॉक को शीर्ष तीन में रखा था, जबकि इसके बाद लंदन और पेरिस का स्थान था, वहीं बीजिंग को 34वां स्थान हासिल हुआ।

बीजिंग के मेयर ने कहा कि प्रदूषण फैलने की वजह शहर में मौजूद कारखानों से निकलने वाला धुआं और वाहनों की संख्या में वृद्धि है।

उन्होंने शहर में मौजूद कारखानों को पास के हेबेई और तियानजिन में स्थांतरित करने की जगह पूरी तरह बंद किए जाने की मांग की।

साल 2014 में बीजिंग प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वाली 392 कंपनियों को बंद कर दिया था और 4,76,000 वाहनों को सड़कों से हटा दिया गया था।

मेयर के अनुसार, प्रदूषण के अतिरिक्त बीजिंग की दूसरी बड़ी समस्या जनसंख्या है। उन्होंने बताया कि प्रवासी श्रमिकों की बढ़ती तादाद से शहर की आधारभूत संरचनाएं प्रभावित हो रही हैं।

बीजिंग की जनसंख्या 2.15 करोड़ है और इसकी जनसंख्या में हर साल करीब 3,50,000 की वृद्धि होती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

Continue Reading

Trending