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नक्सली समस्या नेताओं की उपज : पप्पू यादव

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गया, 25 दिसंबर (आईएएनएस)| जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने यहां सोमवार को एक अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा कि ‘असली’ नक्सली राजनेता हैं, नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नक्सली समस्या नेताओं की उपज है।

गया के इमामगंज में अयोजित संकल्प और आजादी रैली में उन्होंने कहा कि नक्सली भी इसी समाज के अंग हैं। उन्हें भी मान, सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने नक्सली के नाम पर निर्दोष लोगों को प्रताड़ित किया है और उनकी हत्या की है। नक्सली बताकर गरीबों का आर्थिक दोहन किया है। इसका खामियाजा आज पूरे समाज को उठाना पड़ रहा है।

सांसद ने इस दौरान कथित रूप से नक्सली के नाम पर पुलिस व असामाजिक तत्वों की हिंसा के शिकार हुए 37 लोगों के आश्रितों को स्वरोजगार के लिए 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद की। यह राशि चेक के माध्यम से दी गई।

उन्होंने नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, मगध ज्ञान की भूमि है, महात्मा बुद्ध की तपस्थली है, परंतु नेताओं ने इसकी खूबसूरती को छीन ली है। सरकार की गलत नीतियों के कारण पूर इलाका रक्तरंजित हो गया।

उन्होंने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था भूख, गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी से लड़ने में नाकाम रही है। इसी कारण नक्सली आंदोलन को फैलने और जड़ जमाने का मौका मिला है।

यादव ने आरक्षण की चर्चा करते हुए कहा कि सत्ता और विपक्ष दोनों आरक्षण की आड़ में जाति की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी आबादी के अनुपात में सभी जाति के गरीब लोगों के आरक्षण की पक्षधर है। इसी आधार पर आरक्षण का समर्थन करती है।

रैली को जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद, प्रवक्ता श्याम सुंदर यादव, अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष आनंद मधुकर यादव, प्रदेश महासचिव उमर खान, गया जिला अध्यक्ष भवानी सिंह ने भी संबोधित किया।

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नेशनल

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए जारी किया निर्देश, ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाने वालों के खिलाफ दर्ज होगा केस

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नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए निर्देश जारी कर कहा है कि रेल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने पर केस दर्ज किया जाएगा। यानी अगर कोई शख्स ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाएगा तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए रेल और रेल की पटरियों पर रील बनाते हैं। कई जगह ये भी देखा गया है कि रील बनाते-बनाते लोग चलती ट्रेन से घायल भी हुए हैं। युवाओं में खासकर यह क्रेज है कि वह रेलवे की पटरियों पर जाकर एक्शन रील बनाते हैं या फिर कुछ एक्सपेरिमेंट करते हैं, जैसेकि ट्रेन की पटरी पर पत्थर रख दिया या कोई सामान रख दिया। इस तरह की रील बनाने वाले लोग खुद के साथ-साथ रेल यात्रियों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं।

ऐसे में रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में रील बनाने को लेकर सरकार सख्त रवैया अपना रही है। ऐसा करने पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने इस मामले में अपने सभी जोन को निर्देश दिया है, जिसमें कहा गया है कि अगर रील बनाने वाले सुरक्षित रेल परिचालन के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं या कोचों या रेल परिसरों में यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

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