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बिजनेस

नागपुर में इलेक्ट्रिक परिवहन प्रणाली उद्घाटित

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नागपुर, 26 मई (आईएएनएस)| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को नागपुर हवाईअड्डा परिसर में देश के पहले मल्टी-मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री फडणवीस और गडकरी ने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के इस बेड़े को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद दोनों नेताओं ने हवाईअड्डा परिसर में स्थित ओला के इलेक्ट्रिक चार्जिग स्टेशन का अनावरण किया।

इस मौके पर गडकरी ने कहा, हमने 2030 तक भारत को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन देश बनाने का मिशन निर्धारित किया है। यह देखकर अच्छा लगता है कि ओला और महिन्द्रा जैसी भारतीय कम्पनियां भारत सरकार के इस दृष्टिकोण पर काम करने के लिए आगे आई हैं और देश में स्थायी परिवहन की मजबूत प्रणाली के निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं।

देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, इस पहल को समर्थन देते हुए हमने राज्य में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण, वैट और सड़क कर में छूट दी है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में महाराष्ट्र अपनी इस अनुकरणीय पहल के साथ अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल राज्य की भूमिका निभाएगा।

उल्लेखनीय है कि ओला और महिंद्रा ने नागपुर में एक इलेक्ट्रिक परिवहन प्रणाली (इलेक्ट्रिक मास मोबिलिटी इकोसिस्टम) के निर्माण के लिए केंद्र सरकार के साथ साझेदारी की है, जो देश के ऑटोमोटिव एवं परिवहन क्षेत्र में क्रान्तिकारी बदलाव लाएगी।

यह परियोजना विभिन्न सेगमेन्ट्स के वाहनों जैसे ई-बस, ई-कैब्स, ई-रिक्शॉ और ई-ऑटो को एक ही प्लेटफॉर्म- ओला एप पर लाएगी, जिसके माध्यम से नागपुर के नागरिक अपनी परिवहन की जरूरतों के अनुसार इन वाहनों की बुकिंग कर सकेंगे।

पायलट परियोजना की शुरुआत 200 वाहनों के बेड़े से होगी, जिसमें महिन्द्रा के 100 नए म2व प्लस वाहन शामिल हैं। शेष वाहनों में अन्य ओईएम स्रोतों जैसे टाटा मोटर्स, काईनेटिक, बीवायडी और टीवीएस आदि के वाहन शामिल होंगे।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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