प्रादेशिक
निवेशकों को लुभाने के लिए राजस्थान करेगा रोड शो
जयपुर| राजस्थान सरकार राज्य में निवेश लाने के लिए आगामी महीनों में 11 अंतर्राष्ट्रीय और नौ राष्ट्रीय रोड शो का आयोजन करेगी। राजस्थान सरकार के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “ये रोड शो इस साल नवंबर में होने वाले ‘र्सिजट राजस्थान सम्मेलन’ से पहले आयोजित किए जाएंगे।”
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में यहां सोमवार को आयोजित बैठक में इस रोड शो को संचालित करने का फैसला लिया गया। बैठक में सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा की गई।
राजे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के सभी सरकारी विभागों को राज्य के हित और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए व्यावहारिक प्रस्ताव तैयार करने चाहिए।
उन्होंने अपने कैबिनेट मंत्रियों से राज्य में अधिक निवेश लाने के लिए केंद्र सरकार में अपने संबंधित मंत्रालयों के साथ समन्वय स्थापित करने को भी कहा। उन्होंने अपने सहकर्मियों से सम्मेलन में सहयोग के लिए केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठकें आयोजित करने और उनके साथ चर्चा करने को भी कहा।
राजस्थान के मुख्य सचिव सी.एस. राजन ने बैठक के दौरान कहा कि विभिन्न देशों के दूतावासों और उच्चायुक्तों में प्रस्तावित रोड शो के लिए संपर्क किया गया है और जल्द ही रोड शो का अंतिम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा।
‘र्सिजट राजस्थान साझेदारी सम्मेलन’ का आयोजन जयपुर में 19-20 नवंबर, 2015 को किया जाएगा, जिसमें रणनीतिक सम्मेलन, पैनल चर्चा, गोलमेज विचार-विमर्श, प्रस्तुतियां और कारोबारी बैठकें शामिल हैं।
सबसे पहला रोड शो अप्रैल में जापान और जर्मनी में आयोजित किया जाएगा।
अधिकारी के मुताबिक, “जापान और जर्मनी के अलावा, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ये रोड शो ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, मलेशिया, ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, इजराइल, चीन और नीदरलैंड्स में आयोजित होंगे।”
राष्ट्रीय स्तर पर ये रोड शो पुणे, कोलकाता, चेन्नई, लुधियाना, दिल्ली, गुड़गांव, बेंगलुरु, मुबंई और इंदौर में आयोजित होंगे।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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