Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल-भारत पारगमन संधि में संशोधन

Published

on

आयातित ऑटोमोबाइल्स

Loading

काठमांडू | नेपाल-भारत पारगमन संधि में मंगलवार को हुए संशोधन के बाद नेपाली कारोबारी अब आयातित ऑटोमोबाइल्स समुद्री बंदरगाहों से भारत के रास्ते सड़क मार्ग से नेपाल ला सकेंगे। इससे पहले, भारतीय सीमाशुल्क विभाग से मंजूरी मिलने के बाद ही वाहनों को रेल के डिब्बों या फिर ट्रकों में बंदरगाहों से नेपाल ले जाया जाता था।

नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की 25 और 26 जुलाई, 2014 को हुई तीसरी बैठक के दौरान नेपाल ने आग्रह किया था कि इन विशेष वाहकों, उपकरणों और प्रक्रिया को तेज करने के लिए होने वाली अतिरिक्त लागत से बचने के लिए आयातित वाहनों को सड़क मार्ग से लाने की मंजूरी दी जाए। दोनों देशों के बीच विनिमय पत्र (एलओई) को अंतिम रूप देने के बाद रक्सौल-बीरगंज, जोगबानी-बीराटनगर, सोनौली-भैरावा और नेपालगंज रोड-नेपालगंज सीमा के जरिए वाहनों का आवागमन हो सकेगा।

मीडिया रपटों के मुताबिक, नेपाल ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शेखर गोलचा के मुताबिक, इस फैसले से कारोबारियों का समय बचेगा और वाहनों के आयात पर आने वाली कम से कम 100,000 नेपाली रुपये की लागत में भी कमी आएगी।

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

Published

on

Loading

बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

Continue Reading

Trending