Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

खुदकुशी करने वाले किसान के परिवार से मिले राहुल

Published

on

Loading

चंडीगढ़। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब में आत्महत्या करने वाले किसान सुरजीत सिंह के परिवार से गुरुवार को मुलाकात की और दुख की इस घड़ी में उनके साथ होने का भरोसा जताया। पंजाब के किसान सुरजीत ने बेमौसम बरसात के कारण फसल खराब होने पर आत्महत्या कर ली थी। फतेहगढ़ साहिब में चुन्नी कलां के पास दादूमाजरा गांव में शोक संतप्त परिवारों के साथ लगभग 15 मिनट तक रुकने के बाद राहुल गांधी अपनी रिश्तेदार से मिलने खूबसूरत पहाड़ी शहर कसौली के लिए रवाना हो गए।

सुरजीत ने 10 जून को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। वह 60 साल के थे और कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे। बेमौसम बरसात के कारण उनकी फसल बर्बाद हो गई थी, जिसके बाद 28 अप्रैल को उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। सुरजीत के पुत्र कुलविंदर सिंह ने कहा, “राहुल जी यहां पर विशेष रूप से हमारे पिता के भोग में शामिल होने आए थे। उन्होंने देश के किसानों की दुर्दशा का मामला उठाने का वादा किया।” राहुल गांधी ने पिछले माह किसानों के समर्थन में मजबूती से आवाज मुखर की थी। वे ट्रेन द्वारा दिल्ली से हरियाणा के शहर अंबाला गए थे और उनके हालातों से रूबरू हुए थे। किसानों की स्थिति से अवगत होने के लिए उन्होंने पंजाब का भी दौरा किया था।

सूत्रों ने कहा कि किसानों से मिलने के बाद राहुल गांधी कसौली पहुंचे। वे शोभा नेहरू से मिलने के लिए कसौली गए हैं। शोभा नेहरू का विवाह जवाहर लाल नेहरू के चचेरे भाई बी.के. नेहरू से हुआ था। शोभा नेहरू का जन्म हंगरी के बुडापेस्ट में हुआ था। वह 1935 में नेहरू परिवार की बहू बनी थीं। स्वतंत्र भारत के सबसे प्रतिष्ठित लोक सेवकों में से एक बी.के. नेहरू का 92 साल की उम्र में 31 अक्टूबर 2001 को निधन हो गया था।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending