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अन्तर्राष्ट्रीय

परमाणु निरस्त्रीकरण के नए प्रयास का संयुक्त राष्ट्र का आह्रान

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संयुक्त राष्ट्र, 19 जनवरी (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरियाई संकट और रूस और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय विवादों के मद्देनजर परमाणु निरस्त्रीकरण के नए प्रयास करने का आह्रान किया है। समाचार एजेंसी ‘एफे’ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को चेताते हुए कहा कि सामूहिक विनाश के हथियारों का खतरा बना हुआ है और वह लगातार बढ़ता जा रहा है।

गुटेरेस ने कजाकिस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव की अध्यक्षता वाली विशेष सुरक्षा परिषद के सत्र के उद्घाटन के दौरान यह बात कही।

स्वेच्छा से दुनिया के चौथे सबसे बड़े परमाणु शस्त्रागार को त्यागने वाले कजाकिस्तान ने इस बैठक की अध्यक्षता की और उसने इस दौरान परमाणु निरस्त्रीकरण को प्राथमिकता दी।

गुटेरेस ने कहा कि शीतयुद्ध के बाद से परमाणु हथियारों के हमले का डर अब तक शीर्ष पर है।

उन्होंने कहा कि इस संघर्ष के नतीजे अकल्पनीय होंगे।

इस सत्र के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कजाकिस्तान की एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना पहले से अधिक मुश्किल हो गया है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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