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खेल-कूद

परिपक्व कप्तान बन चुके हैं रोहित : तेंदुलकर

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कोलकाता| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठवें संस्करण में रविवार को खिताबी जीत हासिल करने वाली मुंबई इंडियंस टीम के मेंटर एवं दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की। तेंदुलकर ने कहा है कि रोहित एक कप्तान के रूप में परिपक्व हो चुके हैं।

आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट पर सोमवार को तेंदुलकर के हवाले से कहा गया है, “रोहित ने जब मुंबई को कप्तानी संभाली थी, तब और आज के रोहित में तुलना करें तो वह आज कहीं बेहतर कप्तान नजर आता है। वह अब पहले से अधिक आत्मविश्वास में नजर आता है। मुंबई के कप्तान के रूप में उसने काफी उतार-चढ़ाव देखे और काफी चुनौतियों का सामना किया।”

गौरतलब है कि मुंबई ने रविवार को इडेन गरडस में हुए आईपीएल-8 के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को 41 रनों से मात देकर खिताब पर कब्जा जमा लिया। फाइनल मैच में 26 गेंदों पर 50 रनों की तूफानी पारी खेलने वाले रोहित मैन ऑफ द मैच रहे।

रोहित के साथ लेंडल सिमंस (68) ने दूसरे विकेट के लिए 119 रनों की ताबड़तोड़ साझेदारी कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।

तेंदुलकर ने सिमंस की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “मेरे खयाल से सिमंस ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। सिमंस के प्रभाव में टीम के अन्य खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। सिमंस के कारण अन्य खिलाड़ियों को अपना स्वाभाविक खेल दिखाने का पूरा मौका मिला।”

तेंदुलकर ने रोहित की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा, “मेरे खयाल से वह अपनी रणनीतियों को सटीक तरीके से लागू करने में सफल रहा। हम ड्रेसिंग रुम में काफी योजनाएं बनाते हैं, लेकिन यह कप्तान पर निर्भर करता है कि वह अपने गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों से उन रणनीतियों को कैसे लागू करवाता है।”

तेंदुलकर ने टीम के लिए इस संस्करण में पहली बार खेलने वाले युवा खिलाड़ियों जगदीश सुचीत और हार्दिक पांड्या की भी सराहना करना नहीं भूले। रणजी ट्रॉफी विजेता कर्नाटक के कप्तान एवं तेज गेंदबाज विनय कुमार की तेंदुलकर ने तारीफ की। विनय पहली बार मुंबई के लिए खेले।

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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