मुख्य समाचार
पाकिस्तानी संसद ने भारतीय आक्रमकता की निंदा की
इस्लामाबाद, 1 मार्च (आईएएनएस)| पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारत द्वारा इस सप्ताह हमला करने को भारत की आक्रमकता मानते हुए पाकिस्तानी संसद ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। जियो न्यूज के अनुसार, यह प्रस्ताव विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पेश किया, जिन्होंने शुक्रवार को इससे पहले कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले इस्लामिक सहयोग संगठन के सम्मेलन में उनकी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज के शामिल होने के कारण वह इस सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट स्थित जैश के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर पर बमबारी कर बड़ी संख्या में आतंकवादियों का खात्मा कर दिया था। इसके बाद बुधवार को नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमान के हमले में भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उन्होंने अभिनंदन को हिरासत में ले लिया था।
प्रस्ताव के अनुसार, “संसद के संयुक्त सत्र ने 26 और 27 फरवरी को भारत द्वारा दिखाई गई आक्रमकता की कड़ी निंदा की है। यह आक्रमकता संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राज्यीय कानूनों के खिलाफ है।”
प्रस्ताव में ‘भारत द्वारा आत्मरक्षा और आतंकवादी शिविरों को ध्वस्त करने और भारी नुकसान करने के ‘काल्पनिक दावों’ को सिरे से खारिज’ कर दिया गया।
प्रस्ताव में पुलवामा हमले के बाद भारत के ‘आधारहीन आरोपों’ की निंदा करते हुए उन्हें राजनीति से प्रेरित बताया गया है और भारत के सभी राजनीतिक दलों के बयानों तथा घटना के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत को सहयोग के प्रस्ताव का उल्लेख किया गया है।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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