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पिछले लोकसभा चुनाव में धांधली का दावा करने वाले के खिलाफ पुलिस में शिकायत

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 नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)| निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को सैयद शुजा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

  शुजा ने दावा किया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक कर धांधली की गई थी। पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) को संबोधित एक पत्र में निर्वाचन आयोग ने कहा कि लंदन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुजा ने जो दावे किए हैं, वह भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों, खासकर धारा 505 का उल्लंघन है, जो ‘सार्वजनिक अपकार’ (पब्लिक मिसचीफ) से निपटती है।

पत्र में कहा गया है, “मीडिया रपट से आयोग यह संज्ञान में आया है कि 21 जनवरी को लंदन में सैयद शुजा नामक व्यक्ति ने दावा किया कि वह ईवीएम डिजाइन टीम का सदस्य था और वह भारत में चुनाव में इस्तेमाल हुई ईवीएम को हैक कर सकता है। शुजा का यह कृत्य भारतीय दंड संहिता, खासकर इसकी धारा 505 (1) (बी) का उल्लंघन है।”

पत्र में कहा गया है, “इसके मद्देनजर आप से गुजारिश है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच कराएं।”

अमेरिका में रहने वाले शुजा ने सोमवार को दावा किया था कि 2014 के आम चुनाव में धांधली हुई थी। भारत में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम की डिजाइन टीम का सदस्य होने का दावा करते हुए शुजा ने कहा था कि 2014 के आम चुनाव में ‘हेरफेर’ के कारण कांग्रेस को 210 सीटें हारनी पड़ी थीं। उन्होंने यह भी दावा किया था कि “भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की मौत हादसे के कारण नहीं हुई थी, बल्कि उनकी हत्या की गई थी, क्योंकि वह ईवीएम की हैकिंग के बारे में जानते थे।”

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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