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पीएम मोदी ने ऊर्जा संरक्षण पर दिया जोर, कानपुर की नूरजहां को सराहा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ग्लोबल वार्मिग पर नजर रखने के लिए ऊर्जा संरक्षण और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ सौर लालटेन के उपयोग की जरूरत पर जोर दिया। मोदी का यह बयान पेरिस में 30 नवंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन 2015 से पूर्व आया है।

मोदी ने रेडियो पर अपने 14वें मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “दुनिया जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंतित है। पृथ्वी का तापमान और नहीं बढ़ना चाहिए और यह सबकी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा, “पृथ्वी का तापमान आगे न बढ़े यह सुनिश्चित करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका ऊर्जा का संरक्षण है।” मोदी ने कहा, “14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है। सरकार बहुत सारी योजनाएं लागू कर रही है। सरकार एलईडी बल्ब पर एक स्कीम भी पेश कर रही है।”

उन्होंने कहा, “मैंने एक बार कहा था कि पूर्णिमा के दिनों में स्ट्रीट लाइट बंद कर देनी चाहिए और प्रत्येक को चांद की रोशनी का आनंद उठाना चाहिए।” मोदी ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कानपुर की नूरजहां का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया, “नूरजहां ने एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है। हर माह मात्र 100 रुपये लेकर अपने मोहल्ले के करीब 500 घरों को सौर ऊर्जा से चलने वाली लालटेन उपलब्ध कराती हैं। वह उन लालटेन को सौर ऊर्जा की मदद से रिचार्ज करती हैं। इसमें प्रतिदिन महज तीन-चार रुपये का खर्च आता है।”

मोदी ने कहा, “यह जलवायु परिवर्तन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक प्रेरणा है।” उन्होंने कहा, “मेरे ख्याल से नूरजहां अपने मोहल्ले के हजारों घरों को रोशन कर रही हैं और दुनिया को इस संकल्पना से अवगत करा रही हैं।”

लोगों से अंगदान की अपील की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अंगदान के लिए भी आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह बतौर एक नागरिक सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। मोदी ने कार्यक्रम में कहा, “अंगदान बहुमूल्य जिंदगियों को बचा सकता है। मैं लोगों से अंगदान करने का आग्रह करता हूं।”

उन्होंने कहा, “इससे बड़ा योगदान और क्या हो सकता है?” मोदी ने 27 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय अंगदान दिवस के मौके पर कहा था कि गणमान्य लोगों सहित कई लोगों ने बड़ी संख्या में अंगदान के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा, “जब एक अंग दूसरे शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है, तो न उस अंग को बल्कि एक शरीर को भी नया जीवन मिलता है।”

बाढ़ प्रभावित तमिलनाडु को मदद का आश्वासन

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मूसलाधार बारिश और बाढ़ प्रभावित तमिलनाडु राज्य को मदद का भी आश्वासन दिया। मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने तमिलनाडु को पूरी मदद उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है।” बीते कुछ सप्ताहों में तमिलनाडु के चार जिले-चेन्नई, कडलूर, कांचीपुरम और तिरूवल्लुर मूसलाधार बारिश की चपेट में आए।

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने 23 नवंबर को बाढ़ से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार से 8,481 करोड़ और तुरंत राहत के लिए 2,000 करोड़ रुपये की मदद मांगी थी। मोदी ने निर्देश दिया था कि तमिलनाडु को 939.63 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम में कहा, “मुझे तमिलनाडु पर पूरा भरोसा है। यह उठ खड़ा होगा। केंद्र सरकार की टीमें वहां मदद करने के लिए तैयार हैं।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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