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पीएम मोदी बोले- यूपी में SCAM के खिलाफ है बीजेपी की लड़ाई

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narendra-modi-Meeruthलखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार भाजपा के लिए प्रचार करने मेरठ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधी युवा नेता राहुल गांधी व अखिलेश यादव के प्रति आक्रामक रुख अख्तिायार किया। उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान किया और जनता से भ्रष्टाचार व ‘माफियाराज’ के खिलाफ मतदान करने की अपील की। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर कटाक्ष किया। मोदी ने कहा, “पहले कई गठबंधन देखे, लेकिन ऐसा गठबंधन नहीं देखा कि जो पहले एक दूसरे पर हमला बोलते थे, अब गले मिल रहे हैं। जो खुद को नहीं बचा सकते, वो उप्र को क्या बचाएंगे।”

मेरठ के शताब्दीनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर दुनिया के कई देशों में रिसर्च हो रहा है और यहां तक कि कई राजनीतिक दल इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने में जुटे हुए थे।

मोदी ने कहा कि एक तरफ जहां सर्जिकल स्ट्राइक कई देशों के लिए पहेली बनी हुई है, वहीं यहां के कई राजनीतिक दलों को चिंता इस बात की है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय जवान सही सलामत कैसे लौट आए।

प्रधानमंत्री ने कहा, “उन्हें इस बात की चिंता है कि भारतीय जवान कैसे बच गए। हमें तो इस तरह की राजनीति पर काफी पीड़ा होती है। क्या राजनीति का स्तर इतना गिर सकता है!”

वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “जवानों के लिए यह योजना पिछले 40 वर्षो से अटकी हुई थी, लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद तुरंत इसको अमली जामा पहनाया गया। इस फैसले से सरकार पर लगभग 12,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार भी पड़ा। लेकिन जवानों के हित के लिए सरकार ने यह कदम उठाया।”

मोदी ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को ‘स्कैम’ से मुक्ति दिलाना है। उन्होंने कहा कि उप्र से गुंडाराज का खात्मा करना है, ताकि बहन-बेटियों की सुरक्षा की जा सके। मोदी ने स्कैम का मतलब समझाते हुए कहा, “एस मतलब सपा, सी मतलब कांग्रेस, ए मतलब अखिलेश और एम मतलब मायावती।”

उन्होंने कहा, “मुझे प्रदेश के लिए और कुछ करना बाकी है। मैं उत्तर प्रदेश को लाभ पहुचाना चाहता हूं, लेकिन यहां की सरकार रुकावट डाल रही है। इसलिए इनको हटाना बहुत जरूरी है। मेरठ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का द्वार है।”

उप्र में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करते हुए मोदी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के आन-बान और शान की ताकत मेरठ में है, लेकिन हालात ये हैं कि यहां यह गारंटी नहीं कि कोई आदमी शाम को सही सलातम घर लौटेगा। यहां व्यापारियों की सरेआम हत्या की जा रही है। प्रदेश में गुंडों का राज है।”

प्रधानमंत्री ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षो में उप्र में किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जे हुए। पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। लेकिन इस चुनाव में उप्र से ‘माफियाराज’ को हटाने के लिए मतदान करना होगा।

उन्होंने कहा, “उप्र की जनता की बेहतरी के लिए जितना संभव है, उतना मैं करता हूं। लेकिन एक बात कहना चाहता हूं कि उप्र का कर्ज मेरे ऊपर है। यह कर्ज चुकाना है। उप्र की जनता का बहुत स्नेह और प्यार मिला है।”

मोदी ने आगे कहा, “गरीबों, माता-बहनों को बीमारी में सरकार की ओर से मदद मिले, इसलिए भारत सरकार ने करीब चार हजार करोड़ रुपये उप्र सरकार को मदद के लिए दिए हैं। लेकिन मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ा रहा है कि 2014-15 में ढाई हजार करोड़ रुपये भी सरकार नहीं खर्च कर पाई है। हिसाब देने से कतराते रहते हैं।”

उन्होंने कहा, “2015-16 में यह मदद बढ़ा दी गई। सात हजार करोड़ रुपये सरकार को दिए गए, लेकिन इसके बावजूद 2800 करोड़ रुपये भी नहीं खर्च किए गए हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या बीमार की भी जाति होती है क्या? क्या उनका वोटबैंक होता है? लेकिन ये उप्र की सरकार हर चीज वोटबैंक के तराजू से तौलती रही है।

बकसूरों को नोटबंदी का दर्द देने वाले प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी के 70 साल बाद हर परिवार के पास अपना घर होना चाहिए। मैंने पीड़ा उठाया है कि 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे तो सभी परिवारों के पास अपना घर होगा। इसमें राज्यों को ऐसे लोगों की सूची केंद्र सरकार के पास भेजनी थी, जिसके पास मकान नहीं है। भारत सरकार उप्र सरकार को चि_ी लिखती रही कि मकानों के जरूरतमंदों की सूची दे, लेकिन अभी तक नहीं मिली।”

गन्ना किसानों का जिक्र करते हुए कहा, “मैं उप्र सरकार से पूछता हूं कि बताएं कि चीनी मिलों से आपका क्या रिश्ता है। छह चीनी मिलें किसानों का पैसा नहीं देती है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है।”

उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि 97 फीसदी किसानों को उनके भाग्य पर सरकार छोड़ देती है।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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