मुख्य समाचार
पीएसएल प्रदर्शन के आधार पर होगा विश्व कप टीम का चयन : आर्थर
लाहौर, 9 फरवरी (आईएएनएस)| पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मिकी आर्थर ने कहा है कि विश्व कप के लिए टीम का चयन पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप को शुरू होने में अब केवल चार महीने का ही समय बचा है। पाकिस्तान को विश्व कप से पहले 10 वनडे मैच खेलने हैं।
आर्थर का कहना है कि विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का चयन करने से पहले चयनकर्ता और टीम प्रबंधन आगामी पीएसएल और आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर ध्यान रखेंगे। इनहीं प्रदर्शन के आधार पर विश्व कप के लिए टीम की घोषणा की जाएगी।
आर्थर ने दक्षिण अफ्रीका दौरे से वापस लौटने के बाद यह बात कही है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में 0-3 से, वनडे में 2-3 से और टी-20 में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा है।
आर्थर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इंजी (चयनकर्ता प्रमुख इंजमाम उल हक) और मैं लंबे समय से इस बात को लेकर सहमत हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने उसी रात को ड्रेसिंग रूम में लड़कों को इस बारे में बता दिया था।”
आर्थर ने कहा, “मुझे लगता है कि 15 स्थानों के लिए हमें शायद 19 खिलाड़ी मिल गए हैं। पीएसएल से में हमेशा एक या दो अच्छे निकलकर सामने आते हैं, इसलिए हम कुछ उन खिलाड़ियों पर भी ध्यान देने वाले हैं, जिन्हें लेकर हम आश्वस्त नहीं हैं। हमें आस्ट्रेलिया सीरीज पर भी ध्यान रखना होगा और फिर हम इंग्लैंड के लिए जाएंगे।”
आर्थर ने साथ ही नियमित कप्तान सरफराज अहमद की कप्तानी को लेकर स्पष्ट किया कि वह ही विश्व कप में भी टीम की कमान संभालेंगे।
उन्होंने कहा कि सरफराज पर लगे चार मैचों के प्रतिबंध के बाद अब हमें इस बात को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि सरफराज की कप्तानी को बरकरार रखने का फैसला उन्हें विश्वास में लेकर किया गया है।
दक्षिण अफ्रीका में सीरीज के दूसरे वनडे के दौरान सरफराज ने मेजबान बल्लेबाज एंडिले फेहलुकवायो पर रंगभेदी टिप्पणी की थी, जिसके बाद अंतर्राष्टीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन्हें चार मैचों के लिए निलंबित कर दिया था।
कोच ने कहा, “सरफराज को विश्व कप तक कप्तान नियुक्त करने से पहले पीसीबी के चेयरमेन एहसान मनि और इंजमाम ने मुझसे बात की थी। हमने यह फैसला इसलिए किया क्योंकि हम सरफराज के साथ ही टीम को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं।”
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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