मुख्य समाचार
पीडब्ल्यूएल-4 : बजंरग ने दिलाई पंजाब को सीजन की पहली जीत
लुधियाना, 20 जनवरी (आईएएनएस)| बजरंग पूनिया ने प्रो रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) के चौथे सीजन में रविवार को निर्णायक मुकाबला जीत पंजाब रॉयल्स को दिल्ली सुल्तांस के खिलाफ 4-3 से जीत दिला इस सीजन में मौजूदा विजेता का जीत का खाता खोला।
म्यूनिसिपल कॉपोर्रेशन इंडोर स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में स्कोर एक समय 3-3 से बराबर था, ऐसे में आखिरी मैच निर्णायक बन गया था जहां 65 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में बजरंग ने दिल्ली के लिए मैट पर उतरे आंद्रेई विआत्कोवस्की को 9-0 से पटखनी दे अपनी टीम को सीजन की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने 62 किलोग्राम भारवर्ग में पंजाब के लिए मैट पर उतरी अनिता को 11-0 से मात दे दिल्ली को 3-3 की बराबरी पर ला दिया था, लेकिन बजरंग की जीत ने साक्षी की जीत पर पानी फेर दिया।
मुकाबले का पहला मैच दिल्ली के खेतिक त्साबालोव और पंजाब के विनोद कुमार के बीच था। । दिल्ली के खिलाड़ी ने 74 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में विनोद को 14-0 से मात दे दिल्ली को 1-0 से आगे कर दिया।
76 किलोग्राम के महिला मुकाबले में 2018 यूरोपियन चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता सिंथिया वेस्केन ने 2018 यूरोपियन अंडर-23 चैम्पियनशिप स्वर्ण पदक विजेता व यूकरेन की पहलवान अनास्तासिया शुस्तोवा की कड़ी चुनौती पर काबू पाते हुए 2-1 से जीत हासिल की। इस जीत ने पंजाब रॉयल्स 1-1 की बराबरी पर ला दिया था।
86 किलोग्राम कटेगरी में 2016 यूरोपियन चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता दातो मागेरिसविली ने महज दो मिनट में तकनीकी श्रेष्ठता दिखाते हुए दिल्ली सुल्तांस के राष्ट्रीय चैम्पियन प्रवीण को 12-0 से हरा पंजाब को 2-1 से आगे कर दिया। लेकिन दिल्ली के लिए महिलाओं के 53 किलोग्राम भारवर्ग में मैट पर उतरी पिंकी ने पंजाब की अंजू को 9-4 से मात दे एक बार फिर दिल्ली को 2-2 से बराबरी पर ला दिया।
पंजाब रॉयल्स के 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के पदकधारी कोरे जार्विस को 125 किलोग्राम भारवर्ग कटेगरी में सतेंदर मलिक के खिलाफ जीत का दावेदार माना जा रहा था। जार्विस ने सतेंदर को पटकनी देते हुए 7-2 से मुकाबला जीता और स्कोर एक बार फिर पंजाब के पक्ष में 3-2 हो गया।
इसके बाद साक्षी ने अपना मुकाबला जीत दिल्ली को 3-3 की बराबरी कराई, लेकिन बजरंग ने निर्णायक मुकबला जीत पंजाब को सीजन की पहली जीत दिलाई।
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS: चौथे दिन का खेल खत्म, टीम इंडिया ने 9 विकेट के नुकसान पर बनाए 252 रन
-
नेशनल3 days ago
प्रियंका पर भड़के सीएम योगी, कहा- वे फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रहीं, हम यूपी वालों को इजराइल भेज रहे
-
नेशनल3 days ago
मोहम्मद पैगंबर पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के बाद महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में भड़की हिंसा
-
नेशनल3 days ago
प्रसिद्ध पौधरोपणकर्ता और पद्म पुरस्कार विजेता तुलसी गौड़ा का 86 वर्ष की उम्र में निधन
-
मनोरंजन3 days ago
मशहूर सिंगर-रैपर बादशाह को रॉन्ग साइड गाड़ी चलाना पड़ा महंगा, जानें कितने हजार का कटा चालान
-
प्रादेशिक3 days ago
1 जनवरी से इंदौर में भिखारियों को भीख देने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज होगी FIR
-
मनोरंजन3 days ago
मुकेश खन्ना ने परवरिश पर उठाए सवाल तो भड़कीं सोनाक्षी सिन्हा, दिया करारा जवाब
-
नेशनल3 days ago
लोकसभा में पेश हुआ ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ बिल, समर्थन में 269, विरोध में 198 वोट पड़े