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पुलवामा हमले से पाकिस्तान के स्पष्ट संबंध : भारत

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नई दिल्ली, 16 फरवरी (आईएएनएस)| भारत ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने पुलवामा हमले में उनके देश का संबंध होने से इंकार कर दिया था। भारत ने कहा कि गुरुवार को हुए हमले की जिम्मेदारी लेने वाला आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान का है तो सभी को यह संबंध स्पष्ट दिख रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जांच की मांग को निर्थक बताते हुए कहा कि एक वीडियो में आत्मघाती हमलावर खुद को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य बता रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की तरफ से द्विपक्षीय संबंधों पर कोई रचनात्मक कदम उठाते नहीं देखा है और वह आतंकवादियों और जैश जैसे आतंकवादी संगठनों को शरण देता रहा है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मांग के बावजूद इस्लामाबाद ने ऐसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है।

भारत ने क्षेत्र को आतंक मुक्त करने के लिए पाकिस्तान से आतंकवादियों और उसके क्षेत्र से संचालित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने की मांग की।

प्रवक्ता की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान की विदेश सचिव के पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका से इंकार करने के बाद आया है। गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए हमले में 49 जवान शहीद हो गए थे। जांजुआ ने शुक्रवार रात पी-5 देशों के राजदूतों से मुलाकात की।

उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

प्रवक्ता ने कहा, “संगठन और उसका शीर्ष नेतृत्व पाकिस्तान में है। लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकवादी संगठनों ने हमले के समाचार का स्वागत किया है। ये संगठन भी पाकिस्तान में मौजूद हैं। पाकिस्तान यह दावा नहीं कर सकता कि वह इन संगठनों की उपस्थिति और उनकी गतिविधियों से अनजान है।”

उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय मांग के बावजूद उन्होंने ऐसे संगठनों और लोगों विशेषकर संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों द्वारा प्रतिबंधित संगठनों और लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उनसे पाकिस्तान से संबंध स्पष्ट दिख रहे हैं। उनके मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों के साथ मंच साझा किए हैं।”

उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमले से जैश-ए-मोहम्मद का संबंध बताने वाला ऑडियो-विजुअल सामने है।

प्रवक्ता ने कहा, “जब एक वीडियो में आत्मघाती हमलावर खुद को जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य बता रहा है, फिर ऐसे में जांच की मांग निर्थक है। आतंकी हमले से जैश का संबंध बताने वाले ऑडियो-विजुअल्स और मुद्रित सामग्री भी है। इसलिए अब हमें कोई शक नहीं है कि यह दावा मजबूती के साथ सही है।”

उन्होंने कहा कि जहां पाकिस्तान की तरफ से बातचीत के प्रस्ताव के दावे किए जा रहे हैं, वहीं वह आतंकवादी संगठनों को लगातार शरण दे रहा है।

उन्होंने कहा, “हमने भारत के साथ रिश्ते बनाने के लिए पाकिस्तान की तरफ से कोई रचनात्मक कदम उठाते नहीं देखा। हमने देखा क्या कि एक तरफ वह बातचीत का प्रस्ताव दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को शरण और सहयोग दे रहा है।”

 

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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