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बिजनेस

‘पॉलिसी धारकों को 275 करोड़ लौटाने पर एसएटी करेगी फैसला’

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चेन्नई, 14 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रतिभूति अपीलीय ट्रिब्यूनल (सैट) पॉलिसी धारकों को लौटाने के लिए 275 करोड़ रुपये का फैसला करेगी। एसबीआई के लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के अध्यक्ष एम. आनंद ने यहां रिपोर्टरों से कहा, यह मामला सैट के पास लंबित है। हम अभी इस पर कुछ नहीं कह सकते।

इस बात को दो साल से भी अधिक वक्त बीत चुके हैं, जब भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस को धनरक्षा-प्लस लिमिटेड प्रीमियम जमा टर्म पॉलिसी में पॉलिसी धारकों से लिए गए 275.29 करोड़ रुपये के कमीशन को वापस लौटाने का आदेश दिया था।

साल 2014 के मार्च में आईआरडीएआई ने कमीशन लौटाने का आदेश दिया था।

साल 2015 के फरवरी में आईआरडीएआई के अध्यक्ष टी. एस. विजयन ने एक बार फिर एसबीआई लाइफ को साल 2014 के मार्च के आदेश को लागू करने का निर्देश दिया था।

आईआरडीएआई के मुताबिक एसबीआई लाइफ के कॉरपोरेट्स एजेंट्स जिनमें ज्यादातर भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंक थे, ने पॉलिसी धारक को सिंगल प्रीमियम का विकल्प बताया ही नहीं और जानबूझकर दो साल के प्रीमियम पर ही पॉलिसी बेची, जिसके प्रीमियम में अधिक कमीशन शामिल था।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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