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मोदी वाराणसी को 250 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात देंगे

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मोदीवाराणसी, उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी से सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। इस दौरान वह अपने संसदीय क्षेत्र को 250 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात भी देंगे। जिलाधिकारी कार्यालय ने प्रधानमंत्री के दौरे की पुष्टि की है। कार्यक्रम के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को वाराणसी में दो घंटे पांच मिनट तक रहेंगे। मोदी महोबा से 24 अक्टूबर को डीजल लोकोमोटिव वर्क्‍स (डीएलडब्ल्यू) के हेलीपैड पर दोपहर 3:55 बजे हेलीकाप्टर से उतरेंगे। वहां से वह सीधे कार्यक्रम स्थल पर जाएंगे। शाम करीब चार बजे वह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद सायं 5:55 बजे हेलीकॉप्टर से बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। शाम छह बजे विशेष विमान से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के आईजी वाई.के. जेठवा शुक्रवार सुबह बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे चुके हैं।

जिला प्रशासन के मुताबिक, आईजी एसपीजी तीन अधिकारियों की टीम के साथ पीएम के कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।

नेशनल

भारत में चीनी लहसुन की घुसपैठ, सेहत के लिए है काफी खतरनाक

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लखनऊ। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नामित अधिकारी को शुक्रवार को तलब किया। कोर्ट ने इस दौरान सवाल किया कि प्रतिबंधित ‘चीनी लहसुन’ अब भी बाजार में कैसे उपलब्ध है। कोर्ट की लखनऊ पीठ ने केंद्र के वकील से देश में ऐसी वस्तुओं के प्रवेश को रोकने के लिए मौजूद सटीक व्यवस्था के बारे में भी प्रश्न किया है और यह भी पूछा है कि इसके प्रवेश के स्रोत का पता लगाने के लिए क्या कोई कवायद की गई है?

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने “चीनी लहसुन” की बिक्री पर लगाई रोक

न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति ओ पी शुक्ला की पीठ ने वकील मोतीलाल यादव द्वारा दायर जनहित याचिका (पीआईएल) पर यह आदेश पारित किया। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि ‘चीनी लहसुन’ के हानिकारक प्रभाव होते हैं जिसकी वजह से देश में इस पर प्रतिबंध है। कोर्ट को बताया गया कि प्रतिबंध के बावजूद, लखनऊ सहित पूरे देश में ऐसा लहसुन आसानी से उपलब्ध है. याचिकाकर्ता ने अदालती कार्यवाही के दौरान न्यायाधीशों के समक्ष लगभग आधा किलो ‘चीनी लहसुन’ के साथ-साथ सामान्य लहसुन भी पेश किया।

लहसुन खरीदते समय इन बातों पर रखे ध्यान

लहसुन खरीदने के वक्त ध्‍यान रखें कि लहसुन की गांठ का साइज छोटा हो, क्‍योंकि देसी लहसुन, चाइनीज गार्लिक के मुकाबले कुछ छोटा दिखता है। जहां देसी लहसुन की कलियां या तुरी बारीक और पतली होती हैं वहीं चाइनीज लहसुन की कलियां खिली हुईं और मोटी आपको नजर आएंगी। दोनों के रंग में भी अंतर होता है। चाइनीज लहसुन क्योंकि कैमिकल्‍स के इस्‍तेमाल से तैयार किया जाता है, इसमें सिंथेटिक प्रोसेस का यूज होता है। यह एकदम सफेद, साफ और चमकदार आपको नजर आएगा। वहीं देसी लहसुन कुछ क्रीम या पीलापन लिए हुए सफेद लहसुन होता है।

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