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फीफा विश्व कप : बेल्जियम के खिलाफ इतिहास रचने उतरेगा जापान

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रोस्तोव ओन डॉन (रूस), 1 जुलाई (आईएएनएस)| अपने तीनों ग्रुप मैचों में जीत हासिल कर आत्मविश्वास से लबरेज बेल्जियम टीम के खिलाफ सोमवार को होने वाले प्री-क्वार्टर फाइनल मैच को जीतकर जापान की टीम इतिहास रचने उतरेगी।

बेल्जियम का लक्ष्य रोस्तोव एरीना में जीत के साथ तीसरी बार क्वार्टर फाइनल का सफर तय करना होगा।

अपने ग्रुप स्तर के मैचों में पनामा, ट्यूनीशिया और इंग्लैंड जैसी टीमों को हराने वाली बेल्जिय का डिफेंस शानदार है। उसने केवल ट्यूनीशिया के खिलाफ खेले गए मैच में दो गोल खाए, लेकिन इस मैच में उसने पांच गोल दागे भी हैं।

हैरी केन की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम को भी बेल्जियम ने गोल नहीं दागने दिया और 1-0 से जीत हासिल की। ऐसे में तीसरे क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लक्ष्य से उतरने वाली इस टीम के खिलाफ जीतना जापान के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।

जापान के लिए इस मैच में सबसे बड़ा लक्ष्य होगा, बेल्जियम के डिफेंस को भेदकर उसके गोल पोस्ट तक का सफर तय करना। जापान ने अपने ग्रुप स्तर में कोलंबिया को हराया। सेनेगल को ड्रॉ पर रोका और पोलैंड से उसे 1-0 से हार मिली है।

ऐसे में निश्चित तौर पर बेल्जियम के खिलाफ मैच के दौरान जापान दबाव महसूस करेगी। जापान अपने दम पर नहीं, बल्कि अपनी अच्छी किस्मत के बल पर अंतिम-16 दौर में पहुंची है।

जापान के ही ग्रुप में शामिल कोलंबिया और सेनेगल के बीच हुए मैच के परिणाम ने कोच अकीरा निशिनो की टीम को प्री-क्वार्टर फाइनल में स्थान दिलाया। विश्व कप से पहले ही बाहर हो चुकी कोलंबिया ने आखिरी ग्रुप मैच में सेनेगल को हराकर उसे भी बाहर कर दिया।

ऐसे में पोलैंड से अपना आखिरी ग्रुप मैच हार चुकी जापान अच्छी किस्मत के साथ प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। ऐसे में इस अहम मैच में मिडफील्डर गेंकी हरागुची, शिंजी कगावा और ताकाशी इनुई को अधिक मेहनत कर बेल्जियम का डिफेंस भेदना होगा।

बेल्जियम भले ही प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में मजबूत टीम बनकर उतरे, लेकिन वह किसी भी तरह से अपने एशियाई प्रतिद्वंद्वी जापान को हल्के में नहीं लेगी। इस बार उसका लक्ष्य सेमीफाइनल तक पहुंचना है और ऐसे में वह पूरा जोर लगाकर जापान के डिफेंस को भेदेगी और उसके अटैक का जवाब देगी।

टीमें :

बेल्जियम :

गोलकीपर :- तिबाउत कोटरेइस, सिमोन मिग्नोलेट, कोएन कास्टील्स

डिफेंडर :- टोबी एल्डरवीरेल्ड, थोमस वीरमाएलेन, विंसेट कोम्पानी, जान वटरेनघेन, थोमस म्यूनिएर, डेड्रिक बोयाटा, लिएंडर डेनडोनकेर

मिडफील्डर :- एक्सेल विस्टल, केविन डे ब्रूने, मारुआने फेलेनी, यानिक करास्को, थोर्गन हेजार्ड, योउरी तिएलमेंस, मोउसा डेम्ब्ले, नासेर चाडली

फारवर्ड :- रोमेलु लुकाकु, ईडन हेजार्ड, ड्राइस मर्टेस, एडनान जानुजाई, मिची बात्शुयाई।

जापान :

गोलकीपर : कावाशिमा इजि, हिगाशीगुची मासाकी, नाकामुरा कोसुके।

डिफेंडर : नागाटोनो युटो, माकिनो टोमोएकी, योशिदा माया, साकाई हिरोकी, साकाई गोटोकु, शोजी जेन, इंडो वाटारू, यूएडा नाओमिची,

मिडफील्डर : होंडा केइसुके, शिबासाकी गाकु, हारागुची गेनकी, कागवा शिंजी, यामागुची होटारू, हासेबे माकोटो, इनुई ताकाशी, उसामी ताकाशी, ओशिमा रयोटा।

फॉरवर्ड : ओकाजाकी शिंजी, ओसाको युया, मुटो योशिनोरी।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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