Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बंगाल के नगर निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की जबरदस्त जीत

Published

on

Loading

कोलकाता, 17 अगस्त (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में विपक्ष को ध्वस्त करते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सभी सातों नगर निकायों में जीत हासिल की है। भाजपा गुरुवार को हुई मतगणना में वाम मोर्चे की जगह प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर उभरी है लेकिन वह भी तृणमूल से बेहद पीछे है। राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में फैले कुल 148 वार्डो में से तृणमूल कांग्रेस ने 140 वार्डो में जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छह वार्ड में जीत मिली है। वाम मोर्चे के सहयोगी फारवर्ड ब्लॉक को एक वार्ड में जीत मिली है और एक में निर्दलीय उम्मीदवार जीता है।

वाम मोर्चे की अगुवाई करने वाली मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस को रविवार को हुए चुनावों में एक भी जगह जीत नहीं मिली है।

पूर्वी मिदनापुर जिले के हलदिया में सभी 29 वार्डो व पंसकुरा नगर निगम के 18 में से 17 वार्ड तृणमूल की झोली में गए हैं। भाजपा ने पंसकुरा के एक वार्ड में जीत दर्ज की है और इन दो नगर निकायों के ज्यादातर इलाकों में दूसरे स्थान पर रही है।

जलपाईगुड़ी जिले के घूपगुरी नगर पालिका के 16 वार्डो में से 12 में जीत हासिल कर तृणमूल कांग्रेस फिर सत्ता में लौटी। यहां बाकी की चार सीटें भाजपा को मिलीं।

बीरभूम जिले के नलहाटी नगर पालिका में तृणमूल को 16 में से 14 वार्ड मिले। यहां फारवर्ड ब्लॉक एक वार्ड में और एक वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहा।

दक्षिणी दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर नगरपालिका चुनाव में पहली बार चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने जबर्दस्त जीत दर्ज की। यहां तृणमूल को 14 में से 13 वार्ड में जीत मिली और भाजपा को एक में।

पश्चिमी जिले बर्दवान में दुर्गापुर नगर निगम में तृममूल को सभी 43 वार्डो में जीत मिली।

कांग्रेस के पूर्व गढ़ नादिया जिले के कोपर्स कैंप नोटिफाइड अथॉरिटी में भी तृणमूल को सभी 12 वार्डो में जीत हासिल हुई।

Continue Reading

नेशनल

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए जारी किया निर्देश, ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाने वालों के खिलाफ दर्ज होगा केस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए निर्देश जारी कर कहा है कि रेल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने पर केस दर्ज किया जाएगा। यानी अगर कोई शख्स ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाएगा तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए रेल और रेल की पटरियों पर रील बनाते हैं। कई जगह ये भी देखा गया है कि रील बनाते-बनाते लोग चलती ट्रेन से घायल भी हुए हैं। युवाओं में खासकर यह क्रेज है कि वह रेलवे की पटरियों पर जाकर एक्शन रील बनाते हैं या फिर कुछ एक्सपेरिमेंट करते हैं, जैसेकि ट्रेन की पटरी पर पत्थर रख दिया या कोई सामान रख दिया। इस तरह की रील बनाने वाले लोग खुद के साथ-साथ रेल यात्रियों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं।

ऐसे में रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में रील बनाने को लेकर सरकार सख्त रवैया अपना रही है। ऐसा करने पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने इस मामले में अपने सभी जोन को निर्देश दिया है, जिसमें कहा गया है कि अगर रील बनाने वाले सुरक्षित रेल परिचालन के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं या कोचों या रेल परिसरों में यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

Continue Reading

Trending