बिजनेस
बजाज फाइनेंस ने घोषित की लोन सेगमेंट में विस्तार की योजना
हरिद्वार। बजाज फाइनेंस लिमिटेड, भारत की अग्रणी और विविधतापूर्ण नान बैंकिंग फाइनेंस कंपनी ने आज कस्टमर ड्यूरेबल लोन सेगमेंट में कंपनी की विस्तार योजना की घोषणा की। अपनी ओमनी-चैनल रणनीति को बढ़ाते हुए बजाज फाइनेंस ने अपनी आफलाइन भौगोलिक उपस्थिति का 11 मुख्य शाखाओं और 14 विस्तारित कार्यालयों के साथ देश के 13 राज्यों में विस्तार किया है। हरिद्वार में अपनी मुख्य शाखा खोलकर कंपनी ने उत्तराखंड में अपनी उपस्थिति को और सुदृढ़ किया है।
वर्तमान में बजाज फाइनेंस की 4342 करोड़ रुपए का कस्टमर ड्यूरेबल लोन बुक है, इनमें उत्तराखंड की हिस्सेदारी 27 करोड़ रुपए की है। राज्य में इस नई शाखा से व्यावसाय के 7.26 प्रतिशत प्रभावित होने की उम्मीद है। कंपनी ने शहर के 6 रीटेलर्स के साथ गठबंधन किया है और इसके जरिये इस त्योहारी मौसम के दौरान तकरीबन 700 आवेदनों के प्रोसेस होने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर राजीव जैन, प्रबंध निदेशक, बजाज फाइनेंस ने कहा, ‘‘इस डिजिटल युग में उद्योगों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे ग्राहक को ओमनी-चैनल का अनुभव उपलब्ध करवाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि रचनात्मक डिजिटल समाधान के साथ भौगोलिक तौर पर किया गया हमारा विस्तार हमारे कस्टमर ड्यूरेबल लोन बिजनेस को उल्लेखनीय गति प्रदान करेगा।‘‘
कंपनी ने अपनी तरह का पहला मोबाइल एप्लीकेशन ’बजाज फिनसर्व एक्सपीरिया’ भी लान्च किया है। इसके माध्यम से ग्राहकों को कस्टमर ड्यूरेबल लोन लेने में आसानी होगी। यह मोबाइल एप्प कभी भी, कहीं भी 60 सेकंड से भी कम समय में ईएमआई फाइनेंस उपलब्ध करवाएगा। इस एप्प की मदद से ग्राहक लोन के लिए अपनी योग्यता की जांच अपनी सुविधा के अनुसार घर या आफिस में कर सकेंगे। इससे उन्हें बेहतर योजना और खरीदारी में मदद मिलेगी।
कंपनी को इस मोबाइल एप्प के जरिए इस त्योहारी सीजन के दौरान 18 लाख आवेदन मिलने की आशा है। वर्तमान में 30 सितंबर 2015 तक कस्टमर ड्यूरेबल लोन बुक साइज 2465 करोड़ रुपए का है। बजाज फाइनेंस का लक्ष्य है कि वे कस्टमर ड्यूरेबल मार्केट के फाइनेंस में अपनी हिस्सेदारी को 25 फीसदी तक ले जाएं। इसके साथ ही कंपनी पिछले साल के मुकाबले तीसरी तिमाही में विकास को दोगुना करना चाहती है।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड के विषय में
बजाज फाइनेंस लिमिटेड, बजाज फिन्सर्व ग्रुप की ऋणदाता व निवेश इकाई, भारतीय बाजार के अत्यंत विविधीकृत गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में से एक है, जो समूचे देश के 6 मिलियन से अधिक ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। इस कंपनी का मुख्यालय पुणे में है। कंपनी की उत्पाद पेशकशों में यूजर ड्यूरेबल लोन्स, लाइफस्टाइल फाइनेंस, पर्सनल लोन्स, लोन अगेन्स्ट प्रापर्टी, स्माल बिजनेस लोन्स, होम लोन्स, क्रेडिट कार्ड्स, टू-ह्वीलर्स व थ्री ह्वीलर्स लोन्स, कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट लोन्स, लोन अगेंस्ट सिक्युरिटीज एवं रुरल फाइनेंस शामिल हैं- जिसमें गोल्ड लोन्स एवं ह्वीकल रीफाइनेंसिग लोन्स विशेष रुप से उल्लेखनीय हैं। बजाज फाइनेंस लिमिटेड वर्तमान समय में देश में किसी भी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिये एफएएए/स्टैबल की उच्चतम क्रेडिट रेटिंग को प्राप्त कर गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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