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मुख्य समाचार

बार घोटाला एक राजनीतिक साजिश : चांडी

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तिरुवनंतपुरम| केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने शनिवार को बार घोटाले को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि इस साजिश के पीछे जो लोग हैं उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। चांडी ने अरुविकारा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान मीडिया से कहा, “बार घोटाले के संबंध में आधारहीन आरोप राजनीतिक साजिश के अलावा कुछ नहीं है। सभी 309 लोगों को मामले में गवाह के रूप में बुलावा भेजा गया है। इस मामले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

इस विधानसभा क्षेत्र में इसी महीने के अंत में उपचुनाव कराया जाएगा।

चांडी का बयान ऐसे समय में आया है, जब इसके एक दिन पहले सतर्कता विभाग की विस्तृत जांच पर सामने आई कानूनी राय में कहा गया है कि यह मामला अदालत में टिक नहीं पाएगा। कानूनी राय में सबूत के लिहाज से इस मामले को बंद करने का भी सुझाव दिया गया है।

यह राय जांच टीम ने सतर्कता विभाग के प्रमुख विंसन एम.पॉल के पास पहुंचा दी है।

सतर्कता विभाग के प्रभारी तथा गृह मंत्री रमेश चेन्निथला ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि उन्हें सतर्कता रपट के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं, इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह एकमात्र विभाग है जहां न वह कभी हस्तक्षेप कर सकते हैं और न ही राज्य सरकार, क्योंकि इसकी निगरानी सर्तकता अदालत करती है।

चेन्निथला ने कहा, “अगर कोई भी सतर्कता जांच से नाखुश है तो वह अदालत से संपर्क कर सकता है।”

इस बीच, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.एस.अच्युतानंदन ने शनिवार को सतर्कता निदेशक पॉल को आगाह किया कि उन्हें सत्ता में मौजूद लोगों के इशारे पर नाच कर अपनी स्वच्छ छवि खराब नहीं करनी चाहिए।

अच्युतानंदन ने कहा, “अगर सतर्कता निदेशक सत्ता में मौजूद लोगों के इशारे पर नाचते हैं, तो मैं इस पर कानूनी कदम उठाऊंगा।”

इस बीच, बार मालिक बीजू रमेश ने कहा कि वह सीबीआई और अदालत से संपर्क कर मामले का तार्किक समाधान निकलवाएंगे। रमेश ने रिश्वत के आरोपों के साथ अक्टूबर 2014 में केरल में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था।

रमेश ने पिछले साल दावा किया था कि होटल बार मालिकों ने वित्त मंत्री के.एम.मणि को बार दोबारा खुलवाने के लिए एक करोड़ रुपये रिश्वत दिए थे।

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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