प्रादेशिक
बाहरी शासकों ने देसी दवाओं को दोयम माना : मप्र के मंत्री
भोपाल| मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा व प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि हमारे देश में मृत देह में जीवन डालने की दवा ‘संजीवनी बूटी’ उपलब्ध थी, मगर बाहरी शासकों ने यहां की प्राचीन उत्कृष्ट खोजों और औषधियों को दोयम दर्जा दिया। भोपाल मेमोरियल हस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में आयोजित चार दिवसीय ‘अनुसंधान क्रियाविधि कार्यशाला’ में गुप्ता ने कहा, ‘बाहरी शासकों के रवैए के चलते हम अपनी खोजों व औषधियों के महत्व से अंजान होते गए, अब जरूरत है कि हम इन पर भी अनुसंधान करें, ताकि अपनी धरोहर से आमजन के जीवन को सुखमय बना सकें।’
मंत्री ने चरक, धनवतंरि और सुषेन जैसे वैद्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी दवाओं के फार्मूले आज भी प्राचीन ग्रंथों में उपलब्ध हैं और ये हमारी धरोहर हैं, जिनका उपयोग किया जाना चाहिए।
भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, भोपाल के निदेशक प्रोफेसर विनोद सिंह ने अनुसंधान, विज्ञान और प्रति के समावेश को समझने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं सभी शिक्षण संस्थायों में होनी चाहिए। विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक प्रो. प्रमोद वर्मा ने भी सही अनुसंधान विधियों की जरूरत पर बल दिया।
भोपाल मेमोरियल हस्पिटल के निदेशक मनोज पांडे ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश दिया। कार्यशाला में भोपाल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश के चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं। यह कार्याशाला 15 मार्च तक चलेगी।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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