Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

‘बा’ के निधन पर छोटा पर्दा शोक में डूबा

Published

on

Baa-death

Loading

मुंबई। धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से प्रसिद्धि पाने वाली अभिनेत्री सुधा शिवपुरी को छोटा पर्दा प्यारी, नेकदिल व चुलबुली ‘बा’ के रूप में याद रखेगा। सुधा का बुधवार सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने यहां अंधेरी पूर्व के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।

सुधा के निधन की खबर सुनकर रोनित रॉय और केतकी दवे जैसे उनके सह-कलाकार शोक में डूब गए। उन्होंने उनके साथ बिताया समय याद किया। वहीं, अभिनेता तुषार कपूर एवं दिव्या दत्ता ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। रोनित ने सुधा के साथ ‘क्योंकि..’ में काम किया। उन्होंने बताया कि मैं उन्हें हमेशा एक प्यारी बा के रूप में याद करूंगा। मुझे उनके निधन से दुख है और मेरी शोक संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। मुझे खुशी है कि उनकी आत्मा अब दुख से मुक्त हो गई।

‘क्योंकि..’ में सुधा की बहू की भूमिका निभाने वाली केतकी दवे ने बताया, “बहुत अच्छी इंसान थीं। हम उनका नकली परिवार थे, लेकिन उनसे असली परिवार की तरह प्यार किया। हम उन्हें हमेशा याद करेंगे। आप से प्यार करते हैं सुधाजी।” ‘क्योंकि..’ का हिस्सा रहे अभिनेता हितेन तेजवानी ने बताया, “उनकी तबीयत सुधर रही थी और हमें आज सुबह उनके निधन की चौंकाने वाली खबर मिली..वह हमेशा हमारी यादों में रहेंगी।”

टेलीविजन अभिनेत्री नारायणी शास्त्री ने सुधा की तारीफ करते हुए बताया कि वह एक बहुत अच्छी व मदृभाषी महिला थीं। नए कलाकारों के प्रति बहुत नरम थीं। उनकी हाजिरजवाबी कमाल की थीं। वह बहुत साहसी थीं।

बॉलीवुड के ‘बाबूजी’ अभिनेता आलोक नाथ ने सुधा का एक महान शिक्षिका होने पर शुक्रिया अदा किया। आलोक ने ट्विटर पर लिखा, “सुधा शिवपुरी मैम की आत्मा को शांति मिले। आप और ओम शिवपुरी सर (सुधा के पति) महान शिक्षक और गाइड थे। मैं आपका छात्र बनकर धन्य हो गया।” अभिनेता तुषार कपूर और अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने भी ‘आरआईपी’ संदेश के साथ अपनी शोध संवेदनाएं व्यक्त कीं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending