Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में चूहे पी गए 9 लाख लीटर शराब, होगी जांच

Published

on

शराब बिहार, चूहे, शराबबंदी, सघन अभियान,

Loading

पटना। बिहार में शराबबंदी के बाद सघन अभियान के दौरान जब्त करीब 9 लाख लीटर से अधिक की शराब चूहे गटक गए। यह शराब पटना के पुलिस मालखाने में रखी गई थी।

बिहार, चूहे, शराबबंदी, सघन अभियान,

ये खबर मीडिया में आने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

शराब गायब कैसे गायब हो गई, इस पर पटना और मगध क्षेत्र के डीआईजी राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अब पकड़ी गयी शराब को नष्ट करने का काम भी साथ-साथ किया जाएगा। साथ ही थानों से यह कहा गया है कि अगर शराब चूहे पी गये तो इसकी भी जांच कराई जाए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 13 महीने के दौरान 9.15 लाख लीटर अल्कोहल, देशी और विदेशी शराब जब्त की गई थी। पुलिस क्राइम मीटिंग के दौरान यह बात सामने आई कि इसमें से एक बड़ा हिस्सा पुलिस थाने लाने के दौरान बर्बाद हो गया, जबकि उतनी ही बड़ी मात्रा को चूहे पुलिस मालखाना में हजम कर गए।

पटना क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नय्यर हसनैन खान ने बताया कि उन्होंने पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पुलिस मालखाने से इसका भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बिहार में करीब 1,053 पुलिस थाने हैं.

उधर, इस मुद्दे पर राजनीति तेज हो गई है। बिहार में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार का सरकारी चूहा है जो शराब पिया है और उसपर कार्रवाई होनी चाहिए। जब बिहार में शराब का उपयोग ही नहीं था तो इसे नष्ट क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि उनके किस चूहे ने शराब नहीं पी है और कौन से चूहे शराब पी और उन चूहों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं?

उल्लेखनीय है कि नीतीश सरकार ने गत वर्ष अप्रैल महीने से प्रदेश में पूर्णशराबबंदी लागू की थी। इसे लागू करने के लिए पुलिस एवं मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है। जब्त शराब की कीमत तकरीबन 90 करोड़ के आसपास बताया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा

Published

on

Loading

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।

Continue Reading

Trending