मुख्य समाचार
बिहार में 21 आईपीएस अफसरों का तबादला
पटना, 7 अप्रैल (आईएएनएस)| बिहार में शनिवार को बड़े पैमाने पर पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया। राज्य में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 21 और बिहार पुलिस सेवा (बीपीएस) के सात अधिकारियों को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, शिव कुमार झा को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक पद से प्रोन्नति देते हुए आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसी तरह पी़ एऩ मिश्रा को पटना का नया यातायात पुलिस अधीक्षक बनाया गया है, जबकि पटना के यातायात पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात रहे पी़ क़े दास को बिहार सैन्य बल (बीएमपी)-8 में तबादला किया गया है। ललन मोहन प्रसाद को चंपारण प्रक्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है, वहीं शेखर कुमार को कार्मिक विभाग का डीआईजी नियुक्त किया गया है।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जितेंद्र मिश्रा को मुंगेर प्रक्षेत्र का, जबकि वीरेंद्र कुमार झा को पटना (रेल) का डीआईजी बनाया गया है। शंकर झा को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का डीआईजी बनाया गया है और पंकज कुमार राज को राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो का एसपी बनाया गया है।
इसी क्रम में कार्तिकेय शर्मा को लखीसराय का पुलिस अधीक्षक (एसपी), जबकि निधि रानी को नवगछिया, संतोष कुमार को शिवहर, दयाशंकर को शेखपुरा का एसपी बनाया गया है। अरविंद ठाकुर को बीएमपी का पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और प्रमोद मंडल को बीएमपी-बोधगया के कमांडेंट का दायित्व सौंपा गया है।
इसी तरह योगेंद्र कुमार को झंझारपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीअेा), जबकि कान्तेश कुमार मिश्रा को सीवान का, मंजीत को जगदीशपुर का व सुनील कुमार को इमामगंज का पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बनाया गया है।
राजेंद्र कुमार भील को बीएमपी का कमांडेंट बनाया गया है और आनंद कुमार को पटना का ग्रामीण एसपी बनाया गया है।
इनके अलावा बिहार पुलिस सेवा के अमीर जावेद को जमालपुर का रेल एसपी, अशोक कुमार सिंह को पटना का रेल एसपी, संजय कुमार सिंह को मुजफ्फरपुर का रेल एसपी, राजीव रंजन को नाथनगर सीटीएस का प्राचार्य और राकेश कुमार सिंह को अपराध अनुसंधान के मद्य निषेध एसपी बनाया गया है। साथ ही राकेश दुबे राज्यपाल के परिसहाय बनाए गए हैं।
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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