प्रादेशिक
बिहार से पीएमओ को चली 1 लाख ‘डीएनए’ सैंपल की पहली खेप
पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) ने ‘शब्द वापसी’ अभियान के तहत राज्य के अलग-अलग हिस्सों से ‘डीएनए’ सैंपल के रूप में इकट्ठा किए गए नाखूनों और बाल को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भेजना शुरू कर दिया है।
पार्टी के प्रदेश कार्यालय से अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने शुक्रवार को एक लाख डीएनए सैंपल की पहली खेप को दिल्ली रवाना किया। सैंपल को कई डब्बों में रखकर पटना मुख्य डाकघर (जीपीओ) लाया गया, जहां से निबंधित डाक द्वारा प्रधानमंत्री के आवासीय कार्यालय के लिए भेजा गया।
प्रदेश जदयू अध्यक्ष ने कहा कि बिहारवासियों के डीएनए सैंपल 15 अक्टूबर तक प्रधानमंत्री को लगातार भेजे जाएंगे। 50 लाख लोगों के नाखून और बाल के सैंपल भेजे जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करता है। अगर कोई उसका मजाक उड़ाता है तो वह पूरे बिहारवासियों का अपमान होता है। उन्होंने कहा कि अब बिहारियों के डीएनए की जांच प्रधानमंत्री खुद करवा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जुलाई को मुजफ्फरपुर में आयोजित भाजपा की ‘परिवर्तन रैली’ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक ‘डीएनए’ पर टिप्पणी की थी। इसका विरोध करते हुए जद (यू) ने प्रधानमंत्री से बयान वापस लेने का अनुरोध किया था।
प्रधानमंत्री द्वारा बयान वापस नहीं लिए जाने के बाद पार्टी ने ‘शब्द वापसी अभियान’ के तहत लोगों से बाल और नाखून एकत्र कर डीएनए जांच के लिए प्रधानमंत्री को भेजने का निर्णय लिया था, जिसे अब कार्यरूप दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
-
लाइफ स्टाइल13 minutes ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
ऑफ़बीट2 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल2 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
नेशनल2 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार