मनोरंजन
बॉलीवुड के ‘सुल्तान’ सलमान को रिहर्सल की जरूरत नहीं : रेमो
सलमान को डांस स्टेप्स सीखने में लगते हैं सिर्फ 15 मिनट : रेमो
नई दिल्ली। बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके कोरियोग्राफर-फिल्मकार रेमो डिसूजा ने कहा कि उन्हें अभ्यास की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि वह तुरंत सीख लेते हैं।
वह शूटिंग से कुछ मिनट पहले ही अपने मूव्स सीखना पसंद करते हैं। ‘लकी : नो टाइम फॉर लव’ और ‘बजरंगी भाईजान’ जैसी फिल्मों में सलमान के साथ काम कर चुके रेमो ने कहा, सलमान सेट पर आते हैं फिर सबके साथ अभ्यास करते हैं। उन्हें स्टेप्स सीखने में ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट लगते हैं। वह बहुत जल्दी सीखते हैं।
‘दबंग’ अभिनेता के बारे में रेमो ने कहा, मैंने सलमान के साथ कई बार काम किया है और इससे पहले उन्हें कोरियोग्राफ किया था। वह अभ्यास नहीं करते। वह एकमात्र ऐसे कलाकार हैं, जो कभी अभ्यास नहीं करते।
रेमो ने कबीर खान द्वारा निर्देशित फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ के ‘रेडियो’ गीत में सलमान को कोरियोग्राफ किया है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी।
उत्तर प्रदेश
डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।
प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू
अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।
8 करोड़ की भव्य परियोजना
अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।
विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।
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