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ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी से वित्तीय सेवा क्षेत्र में आएगा बदलाव : एनसीई सीटीओ

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पणजी, 28 जून (आईएएनएस)| डिजिटीकरण से वित्तीय सेवा के क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहा है। खासतौर से सेवा की रफ्तार बढ़ाने और धोखाधड़ी का पता लगाने में डिजिटीकरण की अहमियत देखने को मिल रही है। ऐसे में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी से इस क्षेत्र को मजबूत बनाने की काफी उम्मीद है। यह बात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एक शीर्ष अधिकारी ने कही।

एनएसई के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) संकर्षण बनर्जी ने यहां आयोजित सिस्को इंडिया समिट से इतर आईएएनएस से बातचीत में कहा, एनएसई ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी पर प्रयोग कर रहा है।

ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आंकड़ों के वितरित संग्रहण पर आधारित है। ब्लॉकचेन में लगातार बढ़ते हुए अभिलेखों की सूची होती है, जिसे ‘ब्लॉक’ कहा जाता है। इनको कूटलेखन का उपयोग कर जोड़ा जाता है और सुरक्षित रखा जाता है।

बनर्जी ने बताया, हमें मालूम है कि चीजों का स्थिर अभिलेख रखने के लिए ब्लॉकचेन सर्वोत्तम जरिया है। उसमें परिसंपत्ति की जांच कई कोणों से की जाती है, मसलन संपत्ति का मालिक कौन है, यह संपत्ति कहां से आई। जैसे सवाल हैं, जिनसे संपत्ति की लेन-देन का पता चल जाता है।

उन्होंने कहा, दूसरा फायदा यह है कि ब्लॉक चेन दोहरे खर्च से बचने में मदद करता है। इसमें यह अनोखी विधि है कि लेन-देन की पुनरावृत्ति नहीं होती है।

बनर्जी ने कहा कि ब्लॉकचेन में चीजें जिस तरह काफी वितरित व लचीली बन जाती हैं, उस तरह आंकड़ों के परंपरागत संग्रहण प्रौद्योगिकी में नहीं बन पाती हैं। उन्होंने कहा कि ब्लॉकचेन में एक अभिलेख को हजारों लोगों के बीच वितरित किया जा सकता है। फिर भी हर व्यक्ति यह सुनिश्चित कर सकता है कि कोई अभिलेख को फर्जी नहीं बता सकता है।

उन्होंने कहा, ब्लॉकचेन सचमुच अलग तरीके से काम करने का तरीका है। आज परिसंपत्तियों को वस्तु के रूप में रखा जाता है और इसके डिजिटल अभिलेख का अंतरण होता है। पहली बार वास्तविक डिजिटल परिसंपत्ति का निर्माण करने का श्रेय ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी को इसका श्रेय जाना चाहिए।

बनर्जी ने आईएएनएस को बताया कि क्रिप्टोकरेंसी यानी कूट मुद्रा ब्लॉक चेन के प्रयोग का ही प्रतिदर्श है। इसलिए प्रौद्योगिकी को लेकर गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए। जिस तरह अश्लील सामग्री इंटरनेट पर देखी जा सकती है, लेकिन उसको लेकर इंटरनेट के लिए गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए।

एनएसई सीटीओ ने हालांकि इस बात से सावधान किया कि प्रौद्योगिकी से लेन-देन में एक साथ धोखाधड़ी समाप्त हो जाएगी, यह सोचना मूढ़ता होगी, क्योंकि हैकर हमेशा प्रौद्योगिकी के मजबूत हिस्से को निशाना नहीं बनाते हैं। बल्कि वे आम जनता की कमजोरी का फायदा उठाते हैं और उनसे महत्वपूर्ण जानकारी लेने के लिए चालबाजी का सहारा लेते हैं।

ब्लॉकचेन सही मायने में लेन-देन के मामले में बदलाव ला सकता है और विभिन्न प्रकार के व्यवसाय में इसके मार्ग को सुगम बना सकता है। बनर्जी ने मजाकिया लहजे में कहा, हम कार बेचना शुरू कर सकते थे। हम कार नहीं बेचते हैं, लेकिन हम यह काम कर सकते थे।

हालांकि एनएसई में ब्लॉकचेन अभी तक प्रयोग के चरण में है। मगर दक्षता बढ़ाने में इसने जो काम किया है, उसमें ग्राहक सेवा बढ़ाने, स्वचालित प्रक्रिया अपनाने, विश्लेषण करने और साइबर सिक्युरिटी के लिए ग्लोबल नेटवर्किं ग कंपनी सिस्को का नवीनतम समाधान का एकीकरण शामिल है।

भारत में वित्तीय सेवा क्षेत्र में डिजिटीकरण करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप सिस्को ने बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र के लिए डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ब्लूप्रिंट तैयार किया है।

इस ब्लूप्रिंट में सिस्को की मंशा पर आधारित नेटवर्किं ग पोर्टफोलियो पूरे व्यवसाय मूल्य श्रंखला में संपर्क, सुरक्षा, स्वचालन, सहयोग विश्लेषण से मजबूत किया गया है।

एनएसई के सहयोगी के तौर पर सिस्को ने एनएसई डेटा केंद्र को ऑटोमेटेड बनाया है, जिससे इसके एप के प्रस्तरण के काम में जहां कई सप्ताह लगते थे, वह काम अब घंटों में होने लगा है।

एक्सचेंज महत्वपूर्ण एप्लीकेशन के प्रदर्शन की निगरानी करने के लिए सिस्को के एप डायनामिक मंच का लाभ उठा रहा है और अंतिम प्रयोक्ता को बेहतर अनुभव दिलाने में कारोबार के प्रदर्शन के लिए सही समय पर विश्लेषण प्राप्त करता है।

सिस्को इंडिया और सार्क के अध्यक्ष समीर गर्दे ने कहा, एनएसई के पास ‘एपडायनामिक’ होने से इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर एप्लीकेशन और अंतिम प्रयोक्ता तक पूरी दृश्यता होगी और उससे अंतिम प्रयोक्ता को बेहतर अनुभव मिलेगा।

बनर्जी ने कहा, जो संस्थान जल्द नवाचार को ग्रहण करना चाहते हैं और नई प्रौद्योगिकी को अपनाना चाहते हैं, उनके लिए अपनी सेवा प्रदान करने के तरीके में सुधार लाने की अपार संभावनाएं हैं।

वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंजेज (डब्ल्यूएफई) की रिपोर्ट के अनुसार, एनएसई भारत में इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन के आधार पर कारोबार शुरू करने वाला पहला और दुनिया का चौथा शेयर बाजार है, जिसने 2017 में इसकी शुरुआत की।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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