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नेशनल

भगवान राम सिर्फ उत्तर भारत में जबकि कृष्ण तो दक्षिण में भी पूजे जाते हैं : मुलायम

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राम के नाम पर सियासी घमासान देखा जा सकता है। सूबे में भगवान राम के नाम पर भाजपा और सपा अब आमने-सामने आ गए है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने पुत्र अखिलेश यादव का साथ हुए देते हुए कहा है कि श्रीराम तो सिर्फ उत्तर भारत में पूजे जाते हैं जबकि भगवान श्री कृष्ण उत्तर भारत के साथ ही दक्षिण भारत में भी पूजे जाते हैं।

मुलायम का यह बयान तब आया जब यहां पर भगवान राम और कृष्ण की मूर्ति को लेकर दोनों दल के बीच में जुब़ानी जंग चल रही है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति लगवाने की तैयारी में जबकि अखिलेश इटावा के सैफई में भगवान श्रीकृष्ण कर मूर्ति लगवा रहे हैं। गाजियाबाद में मुलायम सिंह यादव रविवार को एक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।

मुलायम ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैशाली इलाके में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारत में भले ही भगवान श्रीराम के अनुयायी ज्यादा हैं, लेकिन श्रीकृष्ण के अनुयायी भी उनसे कम नहीं हैं। मुलायम ने इस अवसर पर कहा कि समाज में सभी वर्ग का सम्मान होना चाहिए। सूबे में आजकल भगवान राम को लेकर लगातार राजनीति बयानबाजी देखने को मिल रही है।

 

उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

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बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

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