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भाजपा दलित मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं कोविंद

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लखनऊ, 19 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद के लिए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राजग की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। वह उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के रहने वाले हैं। पेशे से वकील कोविंद 1998 से 2002 तक भाजपा दलित मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके कोविंद दो बार राज्यसभा और संसदीय समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।

कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को कानपुर देहात में डेरापुर तहसील के गांव परौख में हुआ। वह कोली जाति से हैं। उन्होंने संदलपुर ब्लॉक के गांव खानपुर में स्कूली शिक्षा ली। इसके बाद देश की सर्वोच्च सिविल सेवा की परीक्षा दी। लेकिन पहले और दूसरे प्रयास में असफल रहे। तीसरी बार में उन्होंने इम्तिहान पास कर लिया।

कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस की। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में वह सुप्रीम कोर्ट के जूनियर काउंसलर के पद पर रहे।

वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव कोविंद ही थे। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से ताल्लुक रखने वाले नेताओं ने जय प्रकाश नारायण की जनता पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बना ली। कोविंद इस पार्टी जुड़ गए। पार्टी ने साल 1990 में घाटमपुर लोकसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतारा, लेकिन चुनाव में उन्हें हार मिली। इसके बाद 2007 में उन्होंने भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़ा, इसमें भी उन्हें हार मिली। कोविंद 1994 से 2000 तक उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सदस्य रहे।

कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है। छात्र जीवन में कोविंद ने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया। ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ्त में कानूनी लड़ाई लड़ी।

कोविंद गवर्नर्स ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं। वर्ष 2002 में कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। कोविंद ने कई देशों की यात्राएं भी की हैं।

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केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के

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कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।

सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।

चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट

पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

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