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प्रादेशिक

भाजपा, सपा, कांग्रेस की करनी-कथनी में बहुत फर्क : मायावती

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Mayawatiसहारनपुर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार को यहां भाजपा, सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। आगरा, आजमगढ़ और इलाहाबाद के बाद सहारनपुर में अपनी चौथी चुनावी रैली को संबोधित करते हुए माया ने कहा कि भाजपा, सपा, कांग्रेस की करनी और कथनी में बहुत बड़ा फर्क है।

उप्र में राजनीतिक दलों के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों पर हमला बोलते हुए माया ने कहा कि कांग्रेस को उप्र से सीएम कैंडिडेट ही नहीं मिला तो उन्होंने दिल्ली से बुजुर्ग महिला पर अपना दांव लगाया है। भाजपा के पास तो उम्मीदवार ही नहीं है। इस दौरान माया ने बसपा के मुख्यमंत्री पद के लिए स्वयं को दावेदार घोषित करते हुए यह भी स्पष्ट कर दिया कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में जाना पड़ा तो प्रदेश की बागडोर किसी दलित को ही सौंपी जाएगी।

जनपद के कॉसमॉस मैदान में रविवार को आयोजित अपनी ‘सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ नामक रैली को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा, मुझे भरोसा है  कि इस बार उत्तर प्रदेश में भाजपा तथा समाजवादी पार्टी (सपा) का दंगा कराने का षड्यंत्र काम नहीं आएगा और प्रदेश में बसपा की पूर्ण बहुमत की ही सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मतदाता हमारी पार्टी को ही चुनेगा। हमारी पार्टी जब भी सत्ता में रही है, हमने कानून-व्यवस्था को बेहद दुरुस्त रखा है। हमारी पार्टी ने हमेशा प्रदेश के विकास पर फोकस किया है। मुझे भरोसा है कि जनता हमको चुनेगी, जिससे प्रदेश में विकास के अच्छे दिन आएंगे।
माया ने कहा कि बसपा सत्ता में आएगी और ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का सपना भी पूरा होगा। आपका जोश ही प्रदेश में बसपा की सरकार बनाएगा। आजम का नाम लिए बिना मायावती ने कहा कि एक बड़बोले मंत्री ने बाबा साहेब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित पार्टी नेताओं का चुप्पी साधना यह दर्शाता है कि इनके इशारे पर ही बड़बोले मंत्री ने यह टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी को राज्य एवं देश का दलित समाज किसी भी सूरत मे बर्दाश्त नहीं करेगा।

सपा शासनकाल पर हमला बोलते हुए माया ने कहा कि प्रदेश में लूट, अपहरण, हत्या, डकैती, महिलाओं का शोषण आम बात है। पूरे प्रदेश मे गुंडागर्दी चरम सीमा पर है। यहां कोई दिन ऐसा नहीं होता कि किसी जिले मे किसी महिला की अस्मत से न खिलवाड़ किया गया हो।

माया ने कहा कि बसपा को छोडक़र अन्य सभी सरकारों के कार्यकाल में लोग रोजी-रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों में चले गए, जबकि बसपा के कार्यकाल में दूसरे प्रदेशों में गए लोग भी लौट आए।

भाजपा और केंद्र में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि मोदी सरकार के अच्छे दिनों के सपने बुरे दिनों में तब्दील हो गए हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि सत्ता में आने पर सस्ता राशन उपलब्ध कराएंगे। लेकिन सस्ता राशन तो नहीं, केंद्र ने गैस सहित सभी चीजों के दाम बढ़ा दिए।

मायावती ने कहा, मोदीजी ने अब तक के कार्यकाल में पूजीपतियों एवं धन्ना सेठों के हित में ही काम किया है। मोदी सरकार ने पूर्व में कांग्रेस की तरह बड़े उद्योगपतियों के करोड़ों रुपये के कर्ज माफ कर दिए, जबकि अपने परिवार का जीवन यापन कराने के लिए छोटे-मोटे काम धंधा करने वाले मध्यम वर्ग एवं किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। मायावती ने कहा, मोदी जी के जनता से किए गए सभी झूठे वादों की वास्तविकता अब देश की जनता के सामने आ गई है।

कांग्रेस को दलित विरोधी पार्टी करार देते हुए मायावती ने कहा कि मनरेगा की बात करने वाली कांग्रेस ने एसी में बैठने वाले किसानों का कर्जा माफ किया है। कांग्रेस का 70 हजार करोड़ रुपये कर्ज माफ करना धोखा है। उन्होंने कहा कि देश में 54 साल तक कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन भ्रष्टाचार के सिवाय देश को कुछ भी नहीं मिला।

मायावती ने कहा कि शीला दीक्षित जब दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं तो वह उत्तर प्रदेश के लोगों का बेहद अपमान करती थीं। कांग्रेस सवर्ण समाज को गुमराह कर रही है। कांग्रेस की अपर कास्ट को आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात धोखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के साथ उप्र में सबसे ज्यादा समय तक सत्ता में रही है, अपनी गलत नीतियों के कारण ही कांग्रेस सत्ता से गई।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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