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मुख्य समाचार

भारतीय विशेष बलों को जल्द मिलेंगी वातानुकूलित जैकेट : पर्रिकर

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पणजी, 20 अगस्त (आईएएनएस)| गोवा के मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि भारतीय विशेष बलों के जवानों के लिए वातानुकूलित जैकेटों का परीक्षण जारी है।

पर्रिकर ने शनिवार को पणजी में छात्रों से बातचीत में कहा, विशेष बलों के अभियान कठिन परिस्थितियों में चलाए जाते हैं। इस दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसके कारण वे (जवान) बेहद असहज महसूस करते हैं। ऐसे समय में अगर उनके पास वातानुकूलित जैकेट होंगे तो वे सहज महसूस करेंगे। इसके लिए परीक्षण जारी है।

हल्के लड़ाकू विमान (लसीए) तेजस के बारे में बात करते हुए पर्रिकर ने कहा कि एलसीए तेजस का एकमात्र कमजोर बिंदु यह रहा कि यह एक हल्का विमान है और केवल 3.5 टन भार ले जा सकता है।

2014 और 2017 के बीच रक्षा मंत्री रहे पर्रिकर इस साल की शुरुआत में राज्य की राजनीति में वापस लौट आए और चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने।

पर्रिकर ने कहा कि उन्होंने एलसीए परियोजना पर पूरी शिद्दत से काम किया है।

पर्रिकर ने विश्व स्तरीय युद्ध उपकरणों के विनिर्माण के लिए भारतीय क्षमताओं को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, यह परियोजना करीब पांच से छह साल पहले पूरी हो गई थी, लेकिन सरकार इसे शामिल नहीं कर रही थी। इसमें कुछ मामूली समस्याएं थीं। मैंने लगातार 18 बैठकें कीं और इसे वायु सेना में शामिल कराया। अब बेड़े में तीन विमान हैं और हर एक या दो महीने में एक और नए लड़ाकू विमान को शामिल किया जा रहा है।

पर्रिकर ने तेजस की तारीफ करते हुए कहा, इसे स्वदेशी में तैयार किया है और मैं आपको बता दूं कि इस विमान में कई ऐसी विशेषताएं हैं जो विश्वप्रसिद्ध विमानों की तुलना में कहीं बेहतर हैं। इसकी केवल एक कमी यह है कि यह वजन में हल्का है और अपने साथ केवल 3.5 टन का बम ले जा सकता है। यही इसका एकमात्र कमजोर बिंदु है, अन्यथा विमान की क्षमता कई अन्य अच्छे विमानों से बेहतर है।

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नेशनल

दिल्ली के आसमान में छाई धुंध, AQI 400 के पार, लोगों को सांस लेने में हो रही मुश्किल

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नई दिल्ली। नवंबर का महीना आधा बीत चुकी है, बावजूद इसके इस बार दिल्ली में सिर्फ सुबह और शाम को ही ठंड का अहसास हो रहा है। सुबह-शाम की के समय पड़ रही सर्दी में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। हवा की गुणवत्ता को सुधार करने के लिए दिल्ली में ग्रेप-3 लागू किया गया है, लेकिन इससे भी दिल्ली की हवा में कोई खास फर्क नजर नहीं आ रहा है और ये लगातार जहरीली होती जा रही है।

इस बीच रविवार को दिल्ली में वायु का गुणवत्ता सूचकांक 400 के पास निकल गया। इस दौरान राजधानी के दस से ज्यादा इलाकों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर दर्ज की गई। बता दें कि दिल्ली में फिलहाल GRAP-3 लागू हैं, बावजूद इसके राष्ट्रीय राजधानी की हवा साफ नहीं हो रही. ऐसे में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपाय बेकार नजर आ रहे हैं।

दिल्ली के इन इलाकों में एक्यूआई 400 पार

रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर से धुंध छाई नजर आई. इस दौरान द्वारका-सेक्टर 8 और दिल्ली डीपीसीसी द्वारका में एक्यूआई 443 दर्ज किया गया। जबकि एनएसआईटी द्वारका में वायु गुणवत्ता सूचकांक 406 रहा। वहीं पश्चिमी दिल्ली में AQI 426 और डीपीसीसी पश्चिमी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 406 पहुंच गया. वहीं शादीपुर में ये 457, शिवाजी पार्क में 448 और भीम नगर के साथ मुंडका इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे ज्यादा 465 दर्ज किया गया।

उधर दिल्ली दुग्ध योजना कॉलोनी में एक्यूआई 430, आरके पुरम में 435, श्री अरबिंदो मार्ग में 436, आया नगर में 423 तो लोधी रोड में वायु की गुणवत्ता 378 दर्ज की गई. जबकि नजफगढ़ एक्यूआई 399, वजीरपुर 463, चांदनी चौक 368 दर्ज किया गया. वहीं गोकलपुरी 375, अशोक विहार 449, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक्यूआई 366, रोहिणी 449 और आईटीओ में 410 दर्ज किया गया. जो बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है।

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