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नेशनल

भारत जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर प्रतिबद्ध : जावड़ेकर

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नई दिल्ली | केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को कहा कि स्वच्छ और अक्षय ऊर्जा की दिशा में सरकार के प्रयासों और कार्ययोजनाओं के बल पर भारत जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जावड़ेकर ने कहा कि भारत के सौर ऊर्जा कार्यक्रम का लक्ष्य वर्ष 2020 तक एक लाख मेगावाट बिजली उत्पादन करना है और पवन ऊर्जा, जल संरक्षण, समुद्रतटीय और हिमालयी पारिस्थितिकीय संरक्षण संबंधी अन्य पहल के माध्यम से सरकार ने पर्यावण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी है।

जावड़ेकर ने पर्यावरण मुद्दे पर एक विचारकेन्द्र- ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) द्वारा जलवायु नीति और राष्ट्रीय योगदान विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में अपने मुख्य भाषण में यह बात कही। पेरिस जलवायु सम्मेलन 2015 से पहले भारत की ओर से दाखिल किए जाने वाले राष्ट्रीय योगदान के बारे में जावड़ेकर ने कहा कि इसके लिए अनेक प्रारूप और कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उन प्रमुख प्रौद्योगिकियों और वित्तीय प्रणालियों तक पहुंच कायम करने के मुद्दे पर ध्यान देगी, जो जलवायु परिवर्तन संबंधी पहल में मददगार हैं। मंत्री ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में प्रयासों को संतुलित करने की जरूरत पर भी जोर दिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य पेरिस जलवायु सम्मेलन 2015 से पहले और बाद में भारत की जलवायु परिवर्तन रणनीति के बारे में विचार-विमर्श शुरू करना है। सम्मेलन में परमाणु ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, निम्न कार्बन परिवहन विकल्पों, हाइड्रोफ्लूरोकार्बन, कार्बन कैप्चर और भंडार जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जो भारत की जलवायु नीति के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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