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भारत, नेपाल नए सीमापार रेल संपर्क के जरिए करीब आएंगे

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नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)| भारत बिहार के रक्सौल और नेपाल के काठमांडू के बीच एक रणनीतिक रेल संपर्क तैयार करेगा, ताकि दोनों देशों के लोगों के बीच मेलजोल बढ़े और बंदरगाह-विहीन पड़ोसी के साथ बड़े पैमाने पर माल की आवाजाही में वृद्धि हो। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के. पी. शर्मा ओली की अध्यक्षता में हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद की गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री तीन दिनों के दौरे पर भारत में हैं।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने नए विद्युतीकृत रेल मार्ग के निर्माण पर सहमति जताई है, जो भारत के सीमावर्ती शहर रक्सौल को नेपाल के काठमांडू से जोड़ेगा।

बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष इस बात पर राजी हुए हैं कि भारत नेपाल के परामर्श से एक साल के अंदर प्रस्तावित रेल मार्ग के सर्वेक्षण का काम पूरा कर लेगा।

उसके बाद इसकी विस्तृत परियोजना रपट के आधार पर परियोजना के कार्यान्वयन और वित्तपोषण की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।

ओली ने आश्वस्त किया कि नेपाल नए रेल मार्ग के सर्वेक्षण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अपना पूर्ण सहयोग मुहैया कराएगा।

हालांकि यह दोनों देशों के बीच पहली रेल परियोजना नहीं है।

बिहार के जयनगर से नेपाल के जनकपुर और बिहार के जोगबनी से नेपाल के विराटनगर के रेल मार्ग के निर्माण का कार्य इस साल तक पूरा होने की उम्मीद है।

इसके अलावा तीन अन्य रेल परियोजनाओं पर भी विचार किया जा रहा है, जिसमें न्यू जलपाईगुड़ी-काकरभिट्टा, नौतनवा-भैरहवा और नेपालगंज रोड-नेपाल शामिल हैं।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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