Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भूकंप से नेपाल में भारी तबाही, 2100 से ज्यादा मौतों की पुष्टि

Published

on

nepal_earthquake

Loading

काठमांडू/नई दिल्ली। नेपाल में आए भीषण भूकंप में करीब 2123 लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। भूकंप की रही सही कसर बाद में आए करीब 50 और झटकों ने पूरी कर दी, जिससे पूरे देश में तबाही का आलम है। भूकंप का असर भारत में भी देखा गया। रिक्टर पैमाने पर 7.9 तीव्रता के इस भूकंप से पूरा नेपाल थर्रा उठा। नेपाल सरकार ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप का केंद्र राजधानी काठमांडू से 75 किलोमीटर उत्तर पश्चिम लामजुंग जिले में स्थित था। भूकंप की वजह से बड़े पैमाने पर तबाही हुई। कई मकान धराशायी हो गए, सड़कें धंस गई तथा संचार व्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है। नेपाल पुलिस ने रविवार को कहा कि शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 2,123 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारी ने यहां मीडियाकर्मियों को बताया कि भूकंप में 4,627 लोग घायल हो गए हैं।

समाचार चैनल ‘कांतिपुर न्यूज’ के अनुसार, नेपाल गृह मंत्रालय से जारी बयान के अनुसार, भूकंप से काठमांडू में 500 लोगों की मौत हुई है। वहीं भक्तपुर में 164 लोगों की मौत हुई है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। ललितपुर में 66 लोग मारे गए हैं। भूकंप से ज्यादातर मौतें सिंधुपालचौक जिले में हुई हैं, जहां 80 लोग मारे गए हैं। रसुआ में 70 लोगों की मौत हुई है, कावरे में 57, गोरखा में 40, धडिंग में 35, ओखलधुंगा में 10, मकवानपुर में नौ, सुंसारी में छह और भोजपुर एवं सोलुखुंबु में दो-दो मौतें हुई हैं। धर्महारा, बसंतपुर दरबार चौक, पाटन दरबार चौक जैसे ऐतिहासिक स्थान भूकंप में पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। आपदा को लेकर सरकार ने राष्ट्रीय संकट घोषित कर दिया है और क्षतिग्रस्त संरचनाओं के पुनर्निमाण के लिए 50 करोड़ नेपाली रुपयों (40 लाख डॉलर) की सहायता राशि की घोषणा की है।

भारत में अब तक 74 लोगों की मौत हुई है। बिहार में सबसे ज्यादा 38, उत्तर प्रदेश में 33 तथा पश्चिम बंगाल में तीन लोगों की मौत हुई है। राजधानी दिल्ली से असम के गुवाहाटी तथा जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर से राजस्थान के जयपुर तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप आने के आधे घंटे बाद भी कुछ झटके महसूस किए गए। महाराष्ट्र का नागपुर भी भूकम्प से हिल गया।

काठमांडू में कई भारतीय पर्यटक फंसे हुए हैं। काठमांडू में एक हजार इमारतें जमींदोज हो गई हैं। भूकंप से 19वीं सदी का नौमंजिला धरहरा टावर पूर्णत: धराशायी हो गया। बिजली व्यवस्था ठप हो गई है। वाईफाई काम नहीं कर रहा। अस्पताल घायलों से भरे पड़े हैं। नेपाल के एक पूर्व मंत्री ने कहा कि भूकंप का केंद्र रहे लामजंग में भारी तबाही हुई है।

सद्भावना पार्टी के प्रमुख राजेंद्र महतो ने कहा कि इतनी जल्दी नुकसान के बारे में अंदाजा लगाना बेहद कठिन है लेकिन काठमांडू एवं इसके आसपास के इलाकों को बेहद नुकसान पहुंचा है। महतो ने कहा, “हमें पड़ोसियों तथा अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद की जरूरत है।”

काठमांडू का त्रिभुवन हवाई अड्डा शनिवार को पूरी तरह बंद कर दिया गया परिणामस्वरूप यहां के लिए भारत से आठों उड़ानों को रद्द करना पड़ा। नई दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि नेपाल के लिए सुबह 11.30 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद इंडिगो के विमान को वापस बुला लिया गया। काठमांडू में भारतीय दूतावास परिसर में स्थित एक इमारत गिरने से एक दूतावासकर्मी की बेटी की मौत हो गई।

भीषण भूकंप से जूझ रहे नेपाल व भारत के विभिन्न हिस्सों को फौरी राहत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्काल चिकित्सकीय सहायता सहित राहत सामग्री व बचाव दलों को वहां भेजने का निर्देश दिया। भूकंप के मद्देनजर एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मोदी ने नेपाल में फंसे पर्यटकों को बाहर निकालने के लिए पुख्ता व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। भूकंप आने के तुरंत बाद मोदी ने नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव व विदेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री सुशील कुमार कोईराला से बातचीत की और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मोदी ने देश के प्रभावित राज्यों- बिहार, उत्तर प्रदेश व सिक्किम, पश्चिम बंगाल व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी बातचीत की।

नेपाल कैबिनेट की शाम में एक बैठक हुई, जिसमें उन्होंने भूकंप को राष्ट्रीय आपदा करार दिया और अंतर्राष्ट्रीय मदद की मांग की। पड़ोसी देश को सहायता के लिए तत्काल कदम उठाते हुए भारत ने राहत सामग्री से भरे दो विमानों व राहतकर्मियों को नेपाल के लिए रवाना किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमान को हिंडन एयरबेस से नेपाल के लिए रवाना किया गया।

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

Published

on

Loading

बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

Continue Reading

Trending