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हेल्थ

मनाएं सुरक्षित दिल वाली दिवाली!

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नई दिल्ली। हम सभी को हर साल बेसब्री से रोशनी के त्यौहार दीपावली का इंतजार रहता है, लेकिन शायद ही हम कभी इसके कारण हमारे स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में सोचते हैं। पर्व-त्यौहारों के इन दिनों में ज्यादा मिठाईयां और तले हुए पकवान खाना, देर रात तक परिवार और दोस्तों के साथ त्यौहार मनाना और पटाखों से फैलने वाला प्रदूषण और शोर हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसलिए जरूरी है कि जागरूकता फैलाई जाए और सावधानियां अपनाई जाएं ताकि दीवाली खुशियां और हर्ष फैला कर जाए।

त्यौहारों पर हम शराब का सेवन भी अधिक कर लेते हैं, जो सीधे-सीधे तो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता ही है और शराब पीकर वाहन चलाना तो मौत को दावत देने के ही समान है। दिवाली के दौरान अस्वास्थ्यकर भोजन को लेकर नोएडा के कैलाश अस्पताल एवं हृदय संस्थान वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार अग्रवाल का कहना है, “दिवाली के दौरान जिन मिठाईयों का सेवन किया जाता है वह आम तौर पर वनस्पति घी से बनी होती हैं जिनमें काफी मात्रा में ट्रांस फैट होता जो अच्छे कालेस्ट्रॉल को कम और बुरे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इसमें मौजूद चीनी की अत्यधिक मात्रा से मोटापा बढ़ता है और डॉयबीटीज के मरीजों के लिए थोड़ी सी भी मिठाई जानलेवा हो सकती है।”

डॉ. संतोष कहते हैं, “लोग अक्सर बाहर खाने जाते हैं और वह पकवान चुनते हैं जो तले हुए और अत्यधिक सोडियम वाले होते हैं। इससे रक्तचाप बढ़ सकता है और दिल पर दबाव पड़ता है। जिन लोगों को पहले से दिल के रोग और ब्लॉकेज जैसी समस्याएं हैं उन्हें दिल का दौरा पड़ने या आक्समाक कार्डियक अरेस्ट का खतरा हो सकता है।”

इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपरस्पैशलिटी अस्पताल और कार्डियक कैथलैब के सहायक निदेशक डॉ. मनोज कुमार ने बताया, “पटाखों से न सिर्फ प्रदूषण फैलता है बल्कि कई एलर्जीस और श्वास से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। दिल के मरीजों को चाहिए कि वह शाम के वक्त घर के अंदर ही रहें क्योंकि उस वक्त सबसे ज्यादा पटाखे चलाए जाते हैं। बचाव से ही सेहतमंद व खुशियों भरी दीवाली हो सकती है।”

दीपावली पर सीमित मात्रा में ही पटाखे चलाने चाहिए और ज्यादा शोर करने वाले पटाखों से बचना चाहिए, गैसों के जहरीले धुएं से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए, पटाखों के शोर से बचने के लिए दिल और हाईपरटैंशन के मरीज कानों में ईयर प्लग लगाएं। उच्च कैलरी वाली मिठाईयों से बचें और शराब कम पीएं।

हम सभी को दीवाली मनानी चाहिए लेकिन स्वस्थ रहने की कोशिश करनी चाहिए और अपने शरीर को खतरे में नहीं डालना चाहिए, खास कर दिल के रोग, अस्थमा, हाईपरटेंशन, मोटापे और डॉयबिटीज वालों को सावधान रहना चाहिए।

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दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

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