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मनू कभी भी खाली हाथ नहीं आई: मनू के पिता
नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)| अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों में ही स्वर्ण जीतने वाली युवा महिला निशानेबाज मनू भाकेर के पिता अपनी 16 साल की बेटी की सफलता से बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें पता था कि मनू पदक लेकर आएगी क्योंकि वो कभी भी किसी भी टूर्नामेंट से खाली हाथ नहीं लौटी।
मनू ने आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में खेले जा रहे 21वें राष्ट्रमंडल खेलों की निशानेबाजी की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पर कब्जा जमाया है। मनू के पिता ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मनू के आने पर वो बहुत बड़े जश्न का आयोजन करेंगे।
अपनी बेटी की जीत से गौरवान्वित मून के पिता राम किशन भाकेर ने कहा, जीतने के बाद सब कहते हैं कि हमें उम्मीद थीए लेकिन सच कहूं तो मनू कभी भी किसी भी टूनार्मेंट से खाली हाथ नहीं आई। चाहे वोए नेशनल्स होए स्कूल का हो या कोई भी टूनार्मेंट हो। वो कभी भी खाली हाथ नहीं लौटी।
रामकिशन ने अपनी बेटी को हमेशा से खुलकर खेलने को कहा है। उन्होंने कहा, जाने से पहले मैंने उससे कहा था कि खेल है हार – जीत होती रहती है। बस अच्छे से खेलना, खेल का आनंद लेना।
मनू के पिता ने एक दिन पहले ही अपनी बेटी से बात की थी। उनसे जब पूछा गया कि क्या इतने बड़े खेलों को लेकर मनू दबाव में थीं, तो उन्होंने कहा कि वो कभी भी दबाव नहीं लेती बस खेल का लुत्फ उठाती है।
बकौल रामकिशन , वो कभी दबाव नहीं लेती। इसका भी उस पर दबाव नहीं था। वो हमेशा मस्ती में खेलती है। वो किभी भी गेम का दबाव नहीं लेती। वो कहती है क्या हो गया हार गए तो हार गएए जीत गए तो जीत गए बस अच्छे से खेलना है। वो हर शॉट पर फोकस करती है न कि पूरे गेम पर। वो अगला शॉट बेहतर करने के इरादे से खेलती है।
मनू के आने पर उसके स्वागत के बारे में पूछे जाने पर रामकिशन ने कहा, आने पर बहुत बड़ा जश्न होना है गोरिया गांव में यहां झज्जर गांव की लगभग हर पंचायत एवं गांव वाले होंगे। बहुत बड़ा जश्न होना है जिसमें काफी बड़े लोग आएंगे।
मनू ने पिछले महीने मैक्सिको में खेले गए आईएसएसएफ विश्व कप में महिलाओं की 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा और 10 मीटर मिश्रित पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण जीत कर सनसनी मचा दी थी। तभी से उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में पदक की बड़ी दावेदार माना जा रहा था और मनू ने देश को निराश नहीं किया।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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